होंडुरास

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विश्व रैंकिंग: 33
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : ग्रुप स्टेज (2010)

खास बात
होंडुरास कभी भी फुटबॉल खेलने की अपनी प्रतिभा के कारण चर्चित नहीं रहा. अपनी इस कमी को वह शारीरिक दमखम से भरता दिखता है. टीम के हर खिलाड़ी की बनावट एक टैंक सरीखी है जिससे वह अपने प्रतिद्वंदियों पर ताकत के लिहाज से बीस पड़ता है. ऐसे में प्रतिद्वंदी के हाथ पांवों के अलावा उसके अहम को भी चोट लगने की संभावना है

होंडुरास के खिलाड़ी दुनिया की नजरों में उस समय आए जब उन्होंने धमाकेदार तरीके से 2012 लंदन ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बनाई. अंतिम आठ में टीम ब्राजील से भले हार गई, लेकिन उस खेल के दौरान टीम ने जो सीखा, जो अनुभव किया वो उसे लंबी रेस के लिए तैयार करने वाला था. ‘हम कर सकते हैं’ जैसे आत्मविश्वास के भाव से टीम को भरने और उसे विश्व फुटबॉल के नक्शे पर लाने का श्रेय टीम के साल 2011 से कोच कोलंबियाई मूल के लुइस सुआरेज़ को जाता है.टीम की रक्षा पंक्ति का इतिहास बहुत शानदार रहा है, जहां कीपर नोएल वलाडेर्स ने 100 से अधिक मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व किया है. दिग्गज खिलाड़ी विक्टर बर्नार्डेज और मेनोर फिगरो मिडफिल्ड में बेहतरीन साझेदारी के लिए जाने जाते हैं. वहीं सेल्टिक और रेंजर्स के लिए खेलने वाले एमिलियो इजागुरे और अर्नोल्ड पेराल्टा की साझेदारी से तैयार रक्षा पंक्ति का तोड़ निकालना विपक्षी टीम के लिए हमेशा बेहद मुश्किल भरा रहा है. एमिलियो इजागुरे ने 2010-11 में इतने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया कि उन्हें उस साल के स्कॉटिश प्रिमियर लीग के खिलाड़ी का खिताब मिला. विल्सन पैलेसियस जहां मैदान के मिडफिल्ड में मोर्चा संभालेंगे वहीं एंडी नाजर और ऑस्कर गार्सिया अग्रिम पंक्ति का नेतृत्व करेंगे. कार्लो कॉस्टली और जेरी  बेंगस्टन के पूरे फॉर्म में फील्ड पर दिखने की उम्मीद है. कार्लो ने मैदान पर अगर कोई गलती की तो वो अपने नाम(कॉस्टली) के कारण मजाक का विषय जरूर बन सकते हैं. वहीं टीम के उभरते खिलाड़ी जेरी बेंगट्सन की प्रतिभा पर फिलहाल कोई उंगली उठाता नहीं दिखता.