कोलंबिया

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विश्व रैंकिंग: 8
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : 1990 (राउंड ऑफ 16)

खास बात
अर्जेंटीना और जर्मनी का प्रबंधन देख चुके जोस पेकेरमैन पिछले तीन दशकों में पहले गैर-कोलंबियाई कोच हैं. यदि वे अपने मिडफील्ड और डिफेन्स में सही तालमेल बना सके तो कोलंबिया क्वार्टर फाइनल में जगह बना सकता है. यह भी मुमकिन है कि विश्व कप घरेलू महाद्वीप में ही होने के कारण कोलंबिया और भी आगे पहुंच जाए

कोलंबिया की समस्या यह है कि तमान बड़े सितारों के बावजूद भी यह टीम कभी अपनी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई. इटली में हुआ 1990 का विश्व कप जरूर कोलंबिया के लिए एक अपवाद रहा है. तब यह टीम दूसरे राउंड तक पहुंची थी. लेकिन उस वक्त भी कोलंबिया को लगभग अपने जितनी ही प्रसिद्ध कैमरून की टीम से हार मिली थी. इस अविस्मरणीय मैच में रॉजर मिला ने गोलकीपर रेने हिगुइटा के पैरों के नीचे से गेंद को चुराते हुए गोल दाग दिया था. इसके अलावा कोलंबिया की टीम तब भी चर्चा में आई थी जब टीम के डिफेंडर आंद्रेस एस्कोबार की गोली मार कर इसीलिए हत्या कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने 1994 में अमरीका में अपनी ही टीम पर गोल कर दिया था. बाद में फॉस्टिनो एस्प्रिला जैसे बड़े नाम भी इस टीम से जुड़े लेकिन तब भी टीम को निराशा ही हाथ लगी. इस बार कोच जोस पेकेरमैन अनुभवी और युवा खिलाडियों की मिली-जुली टीम के साथ आए हैं. मिडफील्डर जेम्स रोड्रिग्स और जुआन काउड्राडो टीम के स्ट्राइकरों के लिए सही मौके पैदा कर सकते हैं. पेकेरमैन ‘4-2-2’ की रणनीति के तहत अपने दो मिडफील्डरों को विस्तृत दूरी पर खिलाने की योजना बना रहे हैं. हालांकि इस रणनीति से यह खतरा है कि इससे मध्य क्षेत्र खाली हो जाता है और सामने वाली टीम आसानी से पलटवार कर सकती है. लेकिन कोलंबिया के पास सबसे अच्छा मौका रक्षण में नहीं बल्कि आक्रमण में ही है. और पेकेरमैन यह अच्छे से जानते हैं.