उत्तराखंड में बादल फटने से तबाही, चमोली के तीन गांवों में 10 लोग लापता

उत्तराखंड के चमोली जिले में देर रात बादल फटने और मूसलाधार बारिश के कारण भयंकर तबाही मच गई। नंदानगर तहसील के अंतर्गत आने वाले तीन गांव – कुंतरी लगाफाली, सरपाणी और धुर्मा – सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन गांवों में अचानक आई बाढ़ और मलबे के कारण कई मकान ढह गए और खेत-खलिहान तबाह हो गए हैं। हादसे में अब तक 10 लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है।

प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार, कुंतरी लगाफाली गांव में भारी मलबा आने से छह घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और यहां आठ लोग लापता हैं। वहीं, धुर्मा गांव में भी बादल फटने की सूचना मिली है, जहां पांच मकान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। सरपाणी गांव में भी भारी नुकसान की खबर है। इसके साथ ही कुछ मवेशियों के बह जाने की भी आशंका है।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तत्काल राहत और बचाव कार्य में जुट गईं। एसडीआरएफ की एक टीम नंदप्रयाग पहुंच चुकी है, जबकि एनडीआरएफ की टीम गोचर से रवाना की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, घटनास्थल पर मेडिकल टीमों को भेजा गया है और तीन 108 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं ताकि घायलों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी जा सके।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हादसा रात के समय हुआ, जब ज्यादातर लोग गहरी नींद में थे। मलबा इतनी तेजी से आया कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। कुछ परिवारों के लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश मलबे में की जा रही है। प्रशासन ने बताया कि नुकसान का पूरा आकलन अभी नहीं हो सका है। प्राथमिकता मलबे में दबे लोगों को निकालने और प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की है।

इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, चंबा, मसूरी, ऋषिकेश और धनोल्टी समेत कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है।प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।