सीबीआई की जांच का स्टेशन डेवलपमेंट के काम पर नहीं पड़ेगा असर

बिलासपुर- 32 लाख रुपए की रिश्वत कांड मामले में रेलवे के चीफ इंजीनियर के साथ रेलवे ठेकेदार झांझरिया निर्माण कंपनी भी फंसी है, जिनके खिलाफ सीबीआई की जांच चल रही है। झांझरिया निर्माण कंपनी लिमिटेड का बिलासपुर रेलवे स्टेशन में 392 करोड़ रुपए की लागत से स्टेशन डेवलपमेंट का काम चल रहा है, जिसपर इस जांच से किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा।

मालूम हो कि पांच दिन पहले बिलासपुर रेलवे जोन मुख्यालय के कंस्ट्रक्शन में सीबीआई की एक बड़ी कार्रवाई की गई थी। इसमें रोड सेफ्टी ओपन लाइन के चीफ इंजीनियर विशाल आनंद काे झांझरिया निर्माण कंपनी से 32 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया था। सीबीआई की टीम ने चीफ इंजीनियर और ठेकेदार के आफिस में दस्तावेज को खंगाला। इस दौरान रेलवे के चीफ इंजीनियर विशाल आनंद, भाई कुणाल आनंद, झांझरिया निर्माण कंपनी लिमिटेड के एमडी सुशील झांझरिया और कर्मचारी मनोज पाठक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर चली गई। इस कार्रवाई के बाद रेलवे के जोन व डिवीजन कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं रेल अफसर भी अब पूरी तरह से सतर्क होकर अपना काम निपटारा करने में लगे हैं। सीबीआई की कार्रवाई में शामिल झांझरिया निर्माण कंपनी लिमिटेड का बिलासपुर जोनल रेलवे स्टेशन में 392 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकसित करने का काम एक साल पहले ही शुरु किया गया था। इसका ठेका मिलने के बाद कंपनी ने अपने कर्मचारियों को पूरे स्टेशन में काम के लिए लगा दिया, जिसमें मजदूरों के साथ जेसीबी भी स्टेशन एरिया के बाहर तोड़फोड़ करने में लग गई थी। गेट नम्बर चार से लेकर गेट नम्बर तीन और जनआहार के बाहर एरिया तक काम कम्पलीट नहीं हो सका था, कि झांझरिया की कंपनी सीबीआई के हत्थे चढ़ गई। सीबीआई की जांच और कार्रवाई के बाद स्टेशन का काम कंपनी ने पूरी तरह से बंद कर है, जिसके कारण काम समय पर कम्पलीट होने के कोई भी आसार नहीं नजर आ रहे हैं। वहीं अधिकारियों ने इस जांच के बावजूद काम चलते रहने की बात कही है, ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

बिलासपुर जोनल रेलवे स्टेशन में पिछले एक साल से अब तक केवल गेट नम्बर चार के सामने बने रैंप, उसके ऊपर लगे शेड को तोड़ने के बाद रनिंग लॉबी और गेट नम्बर तीन के सामने की दो पहिया और चार पहिया पार्किंग को पूरी तरह से तोड़ने का काम किया गया है। इस काम की वजह से जनआहार से लेकर रनिंग लॉबी और गेट नम्बर चार तक चारों ओर से शेड की तरह दीवार बना दिया गया है, ताकि कोई भी यात्री उस स्थान पर आना-जाना न कर सकें।