शहरों में घर खरीदना अब गरीबों के बस की बात नहीं: राहुल गांधी

अंजलि भाटिया
नई दिल्ली- कांग्रेस के नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शहरी भारत में बढ़ती महंगाई और आम आदमी की कठिनाइयों को लेकर केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज शहरों में घर खरीदना गरीबों और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए सिर्फ एक सपना बनकर रह गया है।राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा,
हां, आपने सही पढ़ा — घर खरीदना अब गरीबों के बजट से कोसों दूर है। भारत के सबसे अमीर 1% लोगों के पास देश की 40% संपत्ति है, जबकि 50% गरीबों के हिस्से में सिर्फ 3% संपत्ति आती है।
उन्होंने आगे लिखा कि ये वही चमकते हुए बड़े शहर हैं, जिन्हें अवसरों और तरक्की का केंद्र बताया जाता है। लेकिन सच्चाई ये है कि यहां आम आदमी सिर्फ संघर्ष करता है — महंगी शिक्षा, इलाज, पेट्रोल-डीजल और अब घर खरीदने का सपना भी उसकी पहुंच से बाहर हो गया है।
राहुल ने कहा कि बीते 10 वर्षों में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के सपनों को कुचला गया है। जहां एक तरफ अरबपति पूंजीपति और रियल एस्टेट लॉबी मुनाफा कमा रही है, वहीं दूसरी तरफ एक आम भारतीय सिर छुपाने की छत के लिए भी जूझ रहा है।
कांग्रेस नेता ने सरकार पर आर्थिक नीतियों को केवल अमीरों के हित में बनाने का आरोप लगाया और कहा कि यदि बदलाव नहीं हुआ तो आने वाला समय और भी मुश्किल भरा हो सकता है।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस का विज़न एक ऐसा भारत है, जहां हर वर्ग के लोगों को बराबरी का मौका और गरिमापूर्ण जीवन जीने का हक मिले।