अटारी-वाघा, हुसैनीवाला और फाजिल्का की सादकी सीमाओं पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आज से फिर शुरू

अंजलि भाटिया
नई दिल्ली , 20  मई

भारत-पाकिस्तान सीमा पर पंजाब के अमृतसर के अटारी-वाघा, फिरोजपुर में हुसैनीवाला और फाजिल्का की सादकी  सीमाओं पर छोटे स्तर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आज फिर से शुरू करेगा। यह समारोह दोनों देशों के बीच 12 दिन के सैन्य संघर्ष के बाद आयोजित किया जा रहा है।  अधिकारियों ने बताया कि बीटिंग रिट्रीट समारोह में बीएसएफ के जवान पाकिस्तान रेंजर्स से हाथ नहीं मिलाएंगे और ध्वज उतारने की प्रक्रिया के दौरान गेट नहीं खोले जाएंगे, जैसा कि पहले घोषित किया गया था. बीएसएफ ने 8 मई को ‘सार्वजनिक सुरक्षा’ का हवाला देते हुए इन तीन स्थानों पर रिट्रीट सेरेमनी के लिए जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी थी. बुधवार से आम लोग को इस समारोह  को देखने की अनुमति होगी . कार्यक्रम का समय शाम 6 बजे होगा.
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान सरहद पर फेंसिंग पर लगे गेट  भी  बंद कर दिए गए थे।फेंसिंग पर लगे गेट भी किसानों के लिए खोल दिए गए हैं। अब वो   उस पार जाकर खेती भी  कर सकेंगे। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने फेंसिंग पार सारी जमीन को चेक किया कि कहीं दुश्मन ने लैंड माइन तो नहीं बिछा दी है। पूरी तरह से संतुष्ट होेने के बाद सोमवार से गेट खोल दिए गए।
बीटिंग रिट्रीट अमृतसर के पास दोनों देशों की सीमा पर 1959 से होने वाला एक अनूठा और उत्साहपूर्ण सैन्य समारोह है, जिसमें राष्ट्रीय झंडे उतारने की प्रक्रिया शामिल होती है। इतना ही नहीं, दोनों देशों के सीमा रक्षक आमतौर पर दीवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे विशेष अवसरों पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। अटारी-वाघा जॉइंट चेक पोस्ट अमृतसर से लगभग 30 किमी और पाकिस्तान के लाहौर से 22 किमी दूर है, जहां करीब 25,000 दर्शक बीटिंग रिट्रीट समारोह को देखने आते हैं।