सेना को मिलेगा स्वदेशी ‘नगस्त्र-1आर’ का बल

अंजलि भाटिया
नई दिल्ली, 23 जून- भारतीय सेना की ताकत बढ़ाने के लिए एक और स्वदेशी कदम उठाया गया है। सेना ने सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड एसडीएएल (SDAL) से 450 नगस्त्र-1आर (Nagastra-1R) लूटिरिंग म्युनिशन की खरीद का ऑर्डर दिया है। यह हथियार प्रणाली न केवल सटीकता में श्रेष्ठ है, बल्कि लगभग पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित है।
बयान के मुताबिक, नगस्त्र-1आर कम लागत वाला और पूरी तरह दोबारा उपयोग योग्य लॉन्चर सिस्टम है। इसमें 360 डिग्री घूमने वाला गिंबल कैमरा और रात के ऑपरेशन के लिए थर्मल कैमरा लगाने का विकल्प भी है। इसकी वीडियो और टेलीमेट्री कम्युनिकेशन प्रणाली पूरी तरह एन्क्रिप्टेड है।
नागास्त्र-1R ड्रोन हवा में मंडराकर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। यह दुश्मन के बंकर, प्रशिक्षण शिविर, लॉन्च पैड और अन्य सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है। बिना सैनिकों की जान को जोखिम में डाले ये ड्रोन दुश्मन से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। नगस्त्र-1आर में 2 मीटर सीईपी (CEP) की उच्च सटीकता है. यह लक्ष्य से अधिकतम दो मीटर तक ही चूक सकता है। इसको बनाने में 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री का प्रयोग किया गया है। बयान में कहा गया है इस प्रणाली का परीक्षण लद्दाख और उत्तर प्रदेश के बबीना (झांसी) क्षेत्र में किया गया है।
एसडीएएल के ये परीक्षण और अनुबंध देश की रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक के बढ़ते कदम और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को नई गति दे रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन सिस्टम्स की तैनाती से सेना की निगरानी, सटीक हमला और ड्रोनों से सुरक्षा की क्षमताएं और मजबूत होंगी।