नेशनल हाईवे के लिए 3000 रुपये का सालाना फास्टैग पास, 200 बार टोल प्लाजा पार कर सकेंगे

अंजलि भाटिया
नई दिल्ली- नेशनल हाईवे पर बार-बार सफर करने वाले वाहन चालकों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी राहत की घोषणा की है। अब सिर्फ ₹3,000 में फास्टैग (FASTag )वार्षिक पास मिलेगा, जिससे 200 टोल यात्राएं की जा सकेंगी। यह योजना 15 अगस्त 2025 से देशभर में लागू होगी। केवल निजी कार, जीप व वैन मालिकों को ही इसका लाभ मिलेगा। सरकार का दावा इस योजना से क्षेत्र के दैनिक सड़क यात्रियों की सालाना कम से कम सात हजार रुपये की बचत होगी।
गडकरी ने कहा कि 3000 रुपये की फास्टैग पास योजना शुरू होने की तारीख से एक साल अथवा 200 यात्रा तक वैध होगी। यानी यदि एक साल से पहले 200 बार यात्रा की तो फास्टैग पुन: रिचार्ज कराना होगा। उन्होंने कहा कि यह योजना सिर्फ निजी वाहनों जैसे कार, जीप, वैन आदि के लिए है, व्यवसासियक वाहन इसके दायरे में नहीं आते हैं।
गडकरी ने कहा कि सालाना पास से देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध एवं लागत प्रभावी यात्रा संभव हो सकेगी। इसके लिए एक लिंक जल्द ही राजमार्ग यात्रा ऐप के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि यह नीति 60 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले स्थानीय निवासियों की समस्या को दूर करेगा। वर्तमान में उनको रियायती मासिक पास दिया जाता है। इससे प्रतीक्षा समय, भीड़भाड़ को कम करके तथा टोल प्लाजा पर विवादों को न्यूनतम करके इस वार्षिक पास का उद्देश्य लाखों निजी वाहन मालिकों को तीव्र एवं सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करना है।
गडकरी ने कहा कि टोल प्लाजा पर 50 रुपये लेकर सवा सौ रुपये टोल टैक्स की दरें हैं। इस प्रकार 50 रुपये दर से 200 बार टोल प्लाजा पार करने पर यात्री को 10,000 रुपये देने पड़ते हैं। लेकिन फास्टैग पास योजना 3000 रुपये की है। इसी औसत दर 15 रुपये प्रति यात्रा होगा। फास्टैग पास योजना वैकल्पिक होगा। जिनके पास पहले से ही फास्टैग है, उन्हें नया फास्टैग खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी।
इसके अलावा सालाना फास्टैग पास वाहन पर लगे मौजूदा फास्टैग पर सक्रिय किया जा सकता है। इसके लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं. वाहन पर लगा फास्टैग वैध और विंडशील्ड पर ठीक से चिपका हुआ होना चाहिए।फास्टैग वाहन के पंजीकरण नंबर (VRN) से जुड़ा होना चाहिए। चेसिस नंबर वाले फास्टैग मान्य नहीं होंगे और ब्लैकलिस्टेड न हो।
सालाना पास केवल राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) और राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे (एनई) टोल प्लाजा पर ही मान्य है। राज्य सरकारों या स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित एक्सप्रेसवे, राज्य राजमार्गों (एसएच),पर यह योजना लागू नहीं होगी। इन स्थानों पर फास्टैग पहले की तरह काम करेगा और सामान्य शुल्क कटेगा।

ओपन टोलिंग (जहां दोनों तरफ टोल प्लाज़ा होते हैं) एक दिशा की यात्रा एक ट्रिप मानी जाएगी। क्लोज्ड टोलिंग (जहां एंट्री और एग्जिट के हिसाब से शुल्क लगता है)पूरी यात्रा को एक ट्रिप माना जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, फास्टैग प्रणाली को अपनाने से वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान टोल प्लाजा पर औसत प्रतीक्षा समय 734 सेकंड से घटकर 47 सेकंड हो गया है।