अंजलि भाटिया
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया ब्लॉक’ ने साझा रणनीति तैयार करने के लिए कमर कस ली है। शुक्रवार, 19 जुलाई को दिल्ली स्थित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास 10, राजाजी मार्ग पर विपक्ष के दिग्गज नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। बैठक में संसद सत्र के दौरान उठाए जाने वाले अहम मुद्दों और सरकार को घेरे जाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट), वाम दलों सहित इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दलों के शीर्ष नेता शामिल होंगे। हालांकि आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस की भागीदारी को लेकर स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना है। यह बैठक न केवल आगामी सत्र की तैयारी के लिहाज से अहम मानी जा रही है, बल्कि इंडिया गठबंधन की आंतरिक एकजुटता की परीक्षा के रूप में भी देखी जा रही है। जबकि आम आदमी पार्टी और टीएमसी के पिछले दौर की बैठकों से दूरी बनाने के चलते विपक्ष की एकता को लेकर भी सवाल उठे हैं।
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी या पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हो सकते हैं। टीएमसी की ओर से एक वार्षिक पार्टी कार्यक्रम का हवाला देते हुए बैठक में फिजिकल तौर पर शामिल न हो पाने की बात कही गई है।
बैठक में कई ज्वलंत राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की संभावना है, जिनमें बिहार की विवादास्पद मतदाता सूची, पहलगाम आतंकी हमला, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की अचानक समाप्ति, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादित बयान, भारत की विदेश और व्यापार नीति, चुनाव आयोग की निष्पक्षता, महिलाओं पर अत्याचार, बालासोर आत्मदाह कांड, एयर इंडिया दुर्घटना और गुजरात में पुल ढहने की घटनाएं प्रमुख हैं।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल संसद में इन मुद्दों को संगठित और प्रभावी ढंग से उठाने के लिए साझा रणनीति तैयार करेंगे। कांग्रेस की कोशिश है कि क्षेत्रीय मुद्दों को भी राष्ट्रीय मंच पर उठाकर विपक्ष की आवाज को और धार दी जाए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने संकेत दिया है कि विपक्ष केंद्र की विदेश और व्यापार नीति को लेकर सरकार से जवाब मांगेगा। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली और मतदाता सूची में गड़बड़ियों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि महाराष्ट्र और बिहार जैसे राज्यों में मतदाता सूची में गंभीर अनियमितताएं हैं, जिन्हें संसद में उठाया जाएगा।
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा। सरकार ने रविवार 20 जून को एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है