सेक्सी ‘संन्यासिन’

धूप में खासी तेजी है और हवा में उतनी ही उमस. लेकिन मुंबई के फेमस स्टूडियोज में चल रहे काम पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता जहां चीखना-चिल्लाना, बड़े-बड़े वादे करना, खुशी से उछलना और दुखी होकर आंसू बहाना रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है.

वैसे यह एक सोची समझी रणनीति भी हो सकती है क्योंकि दूसरों से अलग छवि बनाने का मल्लिका को यह फायदा तो हो ही रहा है कि वे लगातार चर्चा में बनी रहती हैं… मल्लिका के इस अजीबोगरीब साहस की प्रशंसा न करना मुश्किल है

दरअसल यहां जीटीवी के जाने-माने रियलिटी शो ‘सा रे गा मा पा’ की शूटिंग चल रही है. और आज इस शो की खास मेहमान हैं मल्लिका शेरावत. हम भी उन्हीं से मिलने आए हैं. मगर एपीसोड की रिकॉर्डिंग में सात घंटे लग जाते हैं और इस दौरान हमारे पास इंतजार करने के अलावा कोई और चारा नहीं होता. आखिरकार मल्लिका आती हैं और बातचीत के लिए हम उनकी वैनिटी वैन में दाखिल होते हैं. लंबे इंतजार के लिए वे हमसे उन्हीं होंठों से माफी मांगती हैं जिससे कभी उन्होंने सफलता की राहों को ‘चूमा’ था. पहली ही नजर में आपको अहसास हो जाता है कि उनकी मौजूदगी क्यों ध्यान भटकाने वाली है.

इस भटकाव का लेना-देना सिर्फ उनके आकर्षक फिगर से नहीं. उनकी बोलती आंखों का सम्मोहन भी आपको भटकाता है. इस कदर कि कुछ देर के लिए तो आपको यकीन हो जाता है कि वे आपसे मिलकर वास्तव में बहुत खुश हैं. शायद उनका यही जादू है कि बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी उनका वजूद कायम है,  इसके बावजूद कि ‘मर्डर’ के बाद उनकी एक भी फिल्म बड़ी हिट नहीं हुई, सिर्फ ‘प्यार के साइड इफेक्ट’ की औसत कामयाबी को छोड़कर. 

लेकिन मल्लिका किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बनी ही रहती हैं. कभी वे कान्स फिल्म समारोह में रेड कारपेट पर लहराती नजर आती हैं तो कभी खबर आती है कि वे लॉस एंिजलिस की मानद नागरिकता पाने वाली पहली भारतीय कलाकार बन गई हैं. उनकी हालिया हॉलीवुड फिल्म ‘हिस्स’ की भी खूब चर्चा हो रही है. लगता है मल्लिका को यह कला आती है कि खुद की जिंदगी में लोगों की दिलचस्पी को किस तरह बरकरार रखा जाए. अपने-आप को दुनिया की सबसे नमकीन चीज कहने वाली इस हसीना ने हाल ही में कहा था कि पर्दे पर उनका सबसे अच्छा प्रेमी अजगर है. ‘हिस्स’ के एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर विलियम सीस कीनॉन कहते हैं, ‘वास्तव में कहूं तो वे एक संत हैं, और अच्छे से कहा जाए तो एक नन.’ कीनॉन की बातों पर यकीन किया जाए तो मल्लिका न सिगरेट पीतीं हैं और न शराब. इतना ही नहीं वे रात 10 बजे तक सो भी जाती हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि उनके पास विश्व सिनेमा का सबसे बड़ा भंडार है और यह भी कि वे चलता-फिरता फिल्म एनसाइक्लोपीडिया हैं.

ऐसी बातें सुनकर किसी का भी चौंकना लाजमी है. हम भी सोचते हैं कि क्या ये वही मल्लिका हैं जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म ‘ख्वाहिश’ में 17 चुंबन दृश्य देकर खलबली मचा दी थी? या जो ‘मैं भारतीय मर्दों के लिए वियाग्रा जैसी हूं’ जैसे सनसनीखेज बयान देती रहती हैं? लेकिन कुछ मिनटों की बातचीत में ही हम समझ जाते हैं कि वे क्या कहती हैं और क्या करती हैं इसे लेकर उनके दिमाग में एक स्पष्टता है.  मल्लिका कहती हैं, ‘मैं दूसरी नायिकाओं से इस मामले में अलग हूं कि मैं खुद को मर्दों के हिसाब से परिभाषित नहीं करती?’ उनके मुंह से अक्सर शो बिजनेस की प्रकृति को लेकर दार्शनिकता की धारा बहती रहती है. टकटकी लगाए वे कहती हैं, ‘मुझे जीवनियां पढ़ने का काफी शौक है.’

‘लोग खुद से अनुमान क्यों लगा लेते हैं? सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं ऐसे रोल करती हूं? मुझे परदे पर अपना काम पसंद है परंतु निजी जिंदगी में मैं बिलकुल अलग हूं. मैं वही कहती और करती हूं जो मुझे करना चाहिए.’, मल्लिका कहती हैं.
बॉलीवुड में अपनी शुरुआती इमेज के सवाल पर कंधे उचकाते हुए उनका जवाब आता है, ‘देखिए चुंबन कोई बड़ी बात नहीं है क्या कोई पत्नी अपने पति को चुंबन नहीं देती? हम 21वीं शताब्दी में जी रहें हैं.’ इसी तरह फिल्म ‘इनग्लोरियस बास्टर्ड’ के प्रीमियर पर पहनी पोशाक पर हुए हंगामे के सवाल पर वे कहती हैं ‘रेड कार्पेट आराम के लिए नहीं बिछाया जाता. इसका मकसद होता है लोगों को अपनी तरफ कैसे आकर्षित किया जाए’.

भूली बिसरी रीमा

हॉलीवुड और बॉलीवुड में अपने जलवे बिखेर चुकी मल्लिका इस बारे में काफी बात करती हैं कि कैसे उन्होंने अपने रूढ़िवादी परिवार से लड़-झगड़कर कर बॉलीवुड तक का सफर तय किया. कहा जाता है कि पिता ने उनसे रिश्ता ही तोड़ लिया था. तब उन्होंने अपनी मां का नाम अपनाया और रीमा लांबा से मल्लिका शेरावत बन गईं. कहा यह भी जाता है कि जब वे एयर होस्टेस थीं तो उन्होंने जेट एयरवेज के पायलट करण सिंह गिल से शादी कर ली थी. उस दौर की रीमा लांबा के बारे में अनगिनत कहानियां हैं.परंतु वे इसे एक लाइन और सख्त निगाह के साथ खारिज करते हुए कहती हैं, ‘मैं कभी एयर होस्टेस नहीं रही.’

हालांकि वे मथुरा रोड़ स्थित डीपीएस स्कूल और बाद में दिल्ली के मिरांडा हॉउस कालेज में गुजारे दिनों से इनकार नहीं करतीं. वे उस दौर को याद करते हुए कहती हैं, ‘मैं लड़कों में बिल्कुल भी रुचि नहीं लेती थी.’ हालांकि उस दौर के मल्लिका के साथी उनके बारे में कुछ और ही कहानी सुनाते हैं. स्कूल में उनके एक जूनियर कहते हैं, ‘हम उसे एक ऐसी लड़की के रूप में जानते हैं जो लड़कों में बड़ी लोकप्रिय थी. आप उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते थे. वह अक्सर वहां होती थी जहां लोगों का ध्यान आकर्षित कर सके. बाद में जब हमने उसे मीडिया में अपने कठिन बचपन की कहानियां सुनाते देखा तब हमें खूब हंसी आई.’ वे कहते हैं मल्लिका 34 साल की हंै, 29 की नहीं जैसा कि वे दावा करती हैं.

परंतु मल्लिका को सुर्खियों में रहने की भूखी होने जैसे इल्जामों की कोई परवाह नहीं है. वे कहती हैं,  ‘क्या यह अच्छा लगने वाली बात नहीं कि मैं इतनी आसानी से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेती हूं? मुझे बहुत अच्छा लगता है जब लोग मुझे बोल्ड कहते हैं. मैं चाहती हूं कि मेरे प्रशंसक मुझसे ऊबें नहीं, मुझ पर दांव लगा रहे निर्माता पैसे कमाएं और मेरा भी बैंक अकाउंट भरा रहे. बोल्ड होने से मुझे फायदा हो रहा है.’

वैसे यह एक सोची समझी रणनीति भी हो सकती है क्योंकि दूसरों से अलग छवि बनाने का मल्लिका को यह फायदा तो हो ही रहा है कि वे लगातार चर्चा में बनी रहती हैं. हालांकि यह बात भी अपनी जगह है कि इसी कारण बॉलीवुड में ज्यादा लोग उन्हें साइन करने के लिए इच्छुक भी नहीं दिखते. इस बारे में बात करते हुए फिल्म ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’ बनाने वाले साकेत चौधरी कहते हैं, ‘वे हमेशा हद दर्जे के सेक्सी किरदार निभाती हैं और बॉलीवुड में इस तरह काम करना मुश्किल है. वैसे वे बड़ी प्रोफेशनल हैं और उनके साथ काम करने का अपना मजा है.’ 17 चुंबन दृश्यों वाली उनकी पहली फिल्म के नायक हिमांशु मलिक कहते हैं, ‘सेक्स को लेकर बहुत मॉर्डन सोच वाली लड़की जैसी जो छवि वे गढ़ रही हैं उससे वे ज्यादा दिन तक चल नहीं पाएंगी.’ यह अलग बात है कि खुद हिमांशु की कहानी उन 17 चुंबनों से शुरू होकर उन्हीं पर खत्म हो गई है. 

फिलहाल मल्लिका ‘हिस्स’ की लहर पर सवार हैं जो उन्हीं के मुताबिक एक ठुकराई गई नागिन की सदियों पुरानी कहानी है. उनकी हॉलीवुड की कहानी का अगला पड़ाव है जल्द आने वाली एक रोमांटिक कामेडी ‘लव बराक’. यह फिल्म बराक ओबामा के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव अभियान पर आधारित है. मल्लिका के इस अजीबोगरीब साहस की प्रशंसा न करना मुश्किल है. इन सालों के दौरान दर्शकों के अभूतपूर्व प्यार की कमी के बावजूद वे डटी रही हैं. उनकी प्रेरणा बेट डेविड के शब्द थे, ‘मैं जिंदा रहा क्योंकि मैं दूसरों के मुकाबले ज्यादा मजबूत था’. लगता भी है कि मल्लिका ने इन शब्दों को अपने जीवन में उतार लिया है.