चक्र सुदर्शन
जाएंगे सौ बार हम, खूब करेंगे बात, मसलों को सुलझायेंगे, क्यों हो घूंसा-लात. क्यों हो घूंसा-लात, देश यह बहुत बड़ा है अपने मूल्यों आदर्शों पर अडिग खड़ा है. चक्र सुदर्शन, आतंकी को खा जाएंगे कौन कह रहा हम दबाव में आ जाएंगे? अशोक चक्रधर |