कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा करने के बाद रविवार को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त हुई।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुल 21 पार्टियों को आमंत्रण भेजा गया था। जबकि पांच राजनीतिक दलों से किनारा कर लिया गया था।
बता दें, समापन समारोह में केवल नौ पार्टियों के नेताओं ने ही शिरकत की है। समारोह में शामिल होने वाली पार्टियों में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) , बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी), नेशनल कांफ्रेंस पार्टी (एनसीपी) , जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) , भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीआई), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) , विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) शामिल हुई जबकि समारोह में आने का निमंत्रण पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लिखित पत्र द्वारा भेजा गया था।वहीं कुछ दल भारी बर्फबारी के कारण और सुरक्षा कारणों से इसमें शामिल नहीं हो पाए।
आपको बता दें, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी पूरी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कहते आए है कि उनकी यह यात्रा बेरोजगारी, महंगाई, और नफरत के खिलाफ़ है और इसको राजनीतिक रूप न दिया जाए। किंतु जिस प्रकार इस यात्रा के अंतिम समारोह में समान विचारधारा वाली सभी विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया था तो इससे यही कयास लगाए जा रहे है की यह वर्ष 2024 लोकसभा चुनावों से पहले सेमीफाइनल है।
किंतु भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम समारोह में कुल 21 पार्टियों में से 12 दलों ने कहा था कि वे समारोह में शामिल होंगे, किंतु अंतिम दिन इसमें केवल 9 पार्टियों ने ही शिरकत की है। किंतु बीएसपी की तरफ से समारोह में शामिल होने वाले श्याम सिंह यादव अपनी इच्छा अनुसार व्यक्तिगत रूप से इस समारोह में शामिल हुए है। उन्हें पार्टी प्रतिनिधि नहीं माना जा सकता।
आपको बता दें, झारखंड में 26 जनवरी को कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ाे अभियान का शुभारंभ करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड में कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर सहमति प्रदान कर दी है। वे 11 फरवरी को झारखंड में इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। और पार्टी का कहना है कि यह पूर्ण रूप से राजनीतिक अभियान है।
‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ की राष्ट्रीय स्तर पर 26 जनवरी 2023 से प्रारंभ हो गया है किंतु इस अभियान की औपचारिक शुरुआत फरवरी के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में ‘अभय मुद्रा’ पार्टी का चुनाव चिह्न है। और यह अभियान ”भारत जोड़ो यात्रा” का दूसरा चरण है। इसके तहत दो महीने के तहत हर गांव और मतदान केंद्र को कवर करना इस यात्रा का लक्ष्य है। बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर आम लोगों को जोड़ने का लक्ष्य भी है।