गुजरात : 121 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी मामले में छापे
सीबीआई ने 121 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में सूर्या एग्जिम लिमिटेड और उसके निदेशकों पर मामला दर्ज करने के बाद बृहस्पतिवार को गुजरात के नवसारी और सूरत में पांच जगहों पर छापे मारे यह मामला 2017-19 के दौरान का है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने केनरा बैंक की शिकायत पर कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोपियों ने केनरा बैंक समेत बैंकों के समूह से धोखाधड़ी करने के लिए साजिश रची। फर्जीवाड़ा और पैसे की हेराफेरी से 121.05 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। उन्होंने कहा कि कंपनी को बैंकों के समूह से ऋण मिला लेकिन समूह के सदस्य बैंकों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए बिना निजी बैंकों में खाते खोले गए और उनका इस्तेमाल पैसे निकालने में किया गया। उन्होंने कहा कि खाता एनपीए हो गया जिससे बैंकों के समूह को लगभग 121.05 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
756 करोड़ के दो पोंजी घोटाले में दो पूर्व एमडी गिरफ्तार
सीबीआई ने दो अलग-अलग पोंजी घोटालों से जुड़े मामलों में कंपनियों के दो पूर्व प्रबंध निदेशकों यानी मैनेजिंग डायरेक्टर को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि ये दोनों घोटाले करीब 756 करोड़ रुपये के हैं।
सन प्लांट एग्रो लिमिटेड के तत्कालीन एमडी अवधेश सिंह को गैरकानूनी ढंग से 697 करोड़ जुटाने और न्यू लैंड एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के तत्कालीन एमडी दीपांकर डे को 139 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने ही कंपनी में निवेशकों को उच्च रिटर्न का आश्वासन देकर यह रकम जुटाई थी।
सीबीआई का आरोप है कि पश्चिम बंगाल में निवेशकों से रकम जुटाने के बाद ये दोनों फरार हो गए और पैसा का दुरुपयोग किया। सन प्लांट एग्री ने निवेशकों को पेड़ बेचने के नाम पर लुभावने रिटर्न का लालच देकर पैसा जुटाया था। सेबी ने न्यू लैंड एग्रो की योजनाओं में भी अनियमितता पाई थी और पैसा लौटाने का निर्देश दिया था। जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट के 9 मई 2014 के आदेश पर सारदा और अन्य पोंजी घोटालों के मामलों की जांच अपने हाथ में ली थी।