चंडीगढ़ के मनीमाजरा में आजादी के बाद से 1948 में संत बाबा सज्जन सिंह की याद में शुरू हुए निरंकारी वार्षिक समागम के 72 साल के इतिहास में इस बार कोरोना के चलते पहली बार निरंकारी संत समागम विशाल रूप में न मनाकर वर्चुअल तरीके से मनाया जाएगा। इस दौरान लाखों निरंकारी अपने करतब दिखाते थे साथ ही साफ सफाई का भी विशेष खयाल रखा जाता था।
समागम के इतिहास में पहली बार है कि लाखों की संख्या में निरंकारी श्रद्धालु एक साथ एक जगह पर सत्संग न करके वर्चुअल तरीके से यानी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सत्संग का आनंद लेंगे। निरंकारी मिशन प्रेस विभाग की सदस्य राजकुमारी ने बताया, 73वां वार्षिक निरंकारी संत समागम माता सुदीक्षा की छत्रछाया में वर्चुअल रूप में 5 से 7 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।
इस बार इस सत्संग में लोग भले ही सशरीर न शिरकत कर सकेंग, पर दुनियाभर में इसकी पहुंच को और बढ़ाया जा सकता है। दुनियाभर के लाखों श्रद्धालु घर बैठे ऑनलाइन इसमें हिस्सा लेंगे। इसके अलावा इसका प्रसारण धार्मिक चैनल पर भी प्रसारित किया जाएगा।