इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक और बड़ा हमला किया है। इस हमले में अल जज़ीरा न्यूज चैनल के पांच पत्रकार मारे गए हैं। यह हमला गाजा शहर के अल-शिफा अस्पताल के पास हुआ, जहां पत्रकार प्रेस के लिए लगाए गए एक तंबू में रह रहे थे। इजरायली सेना ने इसी तंबू को निशाना बनाकर हमला किया।
मारे गए पत्रकारों के नाम हैं, अनस अल-शरीफ, मोहम्मद क़रीक़ेह, इब्राहिम ज़हीर, मोअमेन अलीवा और मोहम्मद नौफ़ल। इनमें दो संवाददाता और तीन कैमरामैन थे। हमले के बाद, इजरायली सेना ने अनस अल-शरीफ को लेकर बयान जारी किया। सेना का कहना है कि अनस पत्रकार नहीं, बल्कि हमास का आतंकवादी था। उन्होंने दावा किया कि अनस अल-शरीफ हमास के एक आतंकी समूह का प्रमुख था और वह इजरायली नागरिकों और सैनिकों पर रॉकेट हमले करता था।
इजरायल ने कहा कि उसके पास ऐसे दस्तावेज हैं जो दिखाते हैं कि अनस अल-शरीफ हमास के लिए काम करता था। इसमें आतंकी प्रशिक्षण की सूचियां, वेतन रिकॉर्ड और नामों की लिस्ट शामिल हैं। IDF (इजरायली सेना) ने यह भी कहा, “प्रेस का पहचान पत्र आतंकवाद के लिए ढाल नहीं बन सकता।” दूसरी तरफ, अल जज़ीरा ने अपने पत्रकारों की मौत पर दुख जताया है और कहा है कि वे सभी पत्रकार अपने काम में जुटे थे। चैनल ने इस हमले को पत्रकारिता पर हमला बताया है। यह घटना दुनिया भर में चिंता का कारण बन रही है, क्योंकि युद्ध के बीच पत्रकारों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है।