वैष्णो देवी लैंडस्लाइड में 32 लोगों की मौत, बढ़ सकता है आंकड़ा

माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग के अर्धकुंवारी क्षेत्र मंगलवार को हुए भूस्खलन में मरने वालों का आंकड़ा 32 तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक कई स्थानों पर यात्री अभी भी फंसे हुए हैं और बचाव कर्मी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। श्री माता देवा श्राइन बोर्ड की ओर से कहा गया है कि हाल ही में हुई लगातार बारिश और खराब मौसम को देखते हुए, सभी यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम में सुधार होने पर अपनी यात्रा की योजना फिर से बनाए।

रियासी के एसएसपी परमवीर सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कटड़ा में वैष्णो देवी मंदिर के पास भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 32 लोगों की मौत हो गई है। इसके अतिरिक्त, जम्मू के चनैनी नाला में एक कार गिरने से 3 श्रद्धालु बह गए। लापता तीन में से दो श्रद्धालु राजस्थान के धौलपुर और एक आगरा का रहने वाला है। रविवार से जारी वर्षा के कारण जम्मू की सड़कें व पुल झेल नहीं पाए और शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए।

इसके साथ ही जम्मू का देश से सड़क व रेल संपर्क पूरी तरह कट गया। मंगलवार रात भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने रात नौ बजे के बाद अकारण घरों से बाहर निकलने पर भी रोक लगा दी थी। तवी, चिनाब, उज्ज सहित सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।

जम्मू में तवी नदी पर बना भगवतीनगर पुल की एक लेन धंस गई, जबकि इस नदी पर बने दो अन्य पुलों पर एहतियातन आवाजाही बंद कर दी गई है। कठुआ के पास पुल धंसने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय पर यातायात पहले से प्रभावित था।

अब इस राजमार्ग पर विजयपुर में एम्स के निकट स्थित देविका पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके बाद सड़क यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया। सांबा में सेना के जवानों ने खानाबदोश गुज्जर समुदाय के सात लोगों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला है। जम्मू संभाग के सभी स्कूलों और कालेजों में 27 अगस्त को अवकाश घोषित किया गया है।