लॉकडाउन के बाद भारतीय रेलवे कुछ ट्रेनों के संचालन की तैयारी कर रहा है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक, 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनों का संचालन संभव है। हालाँकि शुरुआत में सभी ट्रेनें नहीं चलेंगी और यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं भारतीय रेलवे कुछ ट्रेनों का संचालन 30 अप्रैल तक रद्द रख सकता है। इनमें प्राइवेट ट्रेनें भी शामिल हैं। आईआरसीटीसी के मुताबिक, तीन प्राइवेट ट्रेनों का परिचालन 30 अप्रैल तक नहीं किया जाएगा। इनमें वाराणसी से इंदौर के बीच चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस के अलावा लखनऊ से दिल्ली और अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने वाली तेजस शामिल हैं। आईआरसीटीसी ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र यह निर्णय लिया है। सवाल यह है कि आईआरसीटी ने इन तीन प्राइवेट ट्रेनों को रद्द क्यों किया? इस मामले में रेलवे मंत्रालय ने पहले ही कह दिया है कि लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद भी दूसरी भी यात्री ट्रेनें रद्द हो सकती हैं, इसलिए इन तीन ट्रेनों के रद्दीकरण के फैसले को दूसरी यात्री ट्रेनों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। मंत्रालय ने कहा है कि आईआरसीटीसी के पास ट्रेनों को रद्द करने और चलाने का अधिकार है। फ़िलहाल उसने ये तीन ट्रेनें रद्द की हैं, अन्य ट्रेनों के बारे में अभी फ़ैसला नहीं लिया गया है। लॉकडाउन खुलने में अभी एक सप्ताह का समय है। इस बीच और भी निर्णय लिये जा सकते हैं।
बता दें कि 15 अप्रैल से यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए रेलवे मंत्रालय रेलवे के साथ लगातार बैठकें कर रहा है। विदित हो कि केंद्र सरकार के देश भर में लॉकडाउन के निर्णय के बाद सभी यात्री ट्रेनों और सेवाओं को रेलवे ने रद्द कर दिया था।