कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश भर में हुए 21 दिनों के लॉकडउन के ख़त्म होते ही सामान्य जीवनशैली के पटरी पर लौटने का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है। उम्मीद की जा रही है कि लॉकडाउन के आख़िरी दिन 14 अप्रैल के बाद सब कुछ सामान्य हो जाएगा। क्योंकि भारतीय रेलवे ने 15 अप्रैल से ट्रेन सेवा शुरू करने की बात कही है। विदित हो कि कोरोना वायरस के मद्देनज़र देश भर में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से सभी यात्री ट्रेनों का संचालन बन्द कर दिया गया है। रेलवे सूत्रों मुताबिक, रेलवे के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को 15 अप्रैल से अपनी-अपनी ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दे दिये गये हैं।
हालाँकि, केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो सकेगा। इस मामले पर मंत्रणा के लिए सरकार ने मंत्रियों का एक समूह गठित किया है। रेलवे ने ट्रेनों के संचालन की समय सारिणी और अन्य सेवाओं को बहाल करने की योजना जारी कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, 15 अप्रैल से निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप लगभग 80 प्रतिशत ट्रेनें पटरी पर दौड़ेंगी। इन ट्रेनों में शताब्दी, राजधानी, दुरंतो जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों के साथ-साथ अन्य ट्रेनें भी शामिल हैं। इसके लिए रेलवे ने सभी 17 जोनों को अपनी-अपनी सेवाएँ संचालित करने के लिए तैयार रहने को कहा है।
यात्रियों की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
सूत्रों के मुताबिक, रेलवे स्टेशन पर पहुँचने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही सरकार के सभी दिशा-निर्देशों का भी रेलवे द्वारा पालन किया जाएगा। रेलवे का कहना है कि फ़िलहाल सरकार ने कोई नया आदेश जारी नहीं किया है। रेलवे ने सभी यात्री सेवाएँ 14 अप्रैल तक रद्द कर दी थीं, इसलिए हालात सामान्य रहने पर संभवतः सरकार कोई नया आदेश जारी न करे। इस सप्ताह के अन्त में जोनों को ठोस कार्य-योजना भेजे जाने की सम्भावना है। विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 24 मार्च को बन्द की घोषणा करने के बाद रेलवे ने मालवाहक ट्रेनों को छोड़कर 13,523 ट्रेनों की सेवाएँ 21 दिनों के लिए रद्द कर दी थीं।