संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर को शुरू हो कर 8 जनवरी तक चलेगा। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ये आखिरी पूर्ण सत्र होगा।
संसद का शीतकालीन सत्र आम तौर पर नवंबर में शुरू होता है, लेकिन यह लगातार दूसरा साल है, जब शीतकालीन सत्र दिसंबर में शुरू होगा।
बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के कारण इस साल सत्र में देरी हुई है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ‘संसदीय मामलों पर कैबिनेट कमेटी ने फैसला किया है कि अगला शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर, 2018 से 8 जनवरी, 201 9 तक आयोजित किया जाएगा।’
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में सीसीपीए की बैठक में इस सत्र की तारीख पर विचार-विमर्श हुआ था।
इस सत्र में काफी हंगामा होने की आशा है। विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेर सकता है जिसमे राफेल डील सबसे ऊपर हो सकता है।
जबकि सरकार ज्यादा से ज्यादा विधेयक पास कराने की कोशिश करेगी। इस शीतकालीन सत्र में राम मंदिर पर भी विधेयक पेश होने की उम्मीद है।