अनु दुबे न तो किसी एनजीओ की सदस्य हैं न किसी संगठन से जुड़ीं। वे एक साधारण लड़की हैं जो जॉब करती हैं। अनु दुबे आज सुर्ख़ियों में हैं जो हैदराबाद में एक डाक्टर के रेप और बर्बर हत्या का शिकार होने से उद्वेलित होकर संसद के नजदीक अकेली ही सड़क किनारे बैठ हाथ में एक प्लेकार्ड लिए सवाल उठा रही है – ‘Why I can’t feel safe in my home, india?’ (मैं अपने घर भारत में क्यों सुरक्षित महसूस नहीं करती ?)
बाद में महिला आयोग की अध्यक्ष पुलिस स्टेशन पहुंचीं और उसे थाने से बाहर लेकर आईं। दरअसल इस लड़की को सुबह एक टीवी चैनल की रिपोर्टर ने देखा और उसकी खबर चलाई। जिसके बाद देश भर में # I am anu dubey ट्रेंड कर रहा है। हद यह हुई कि इस लड़की को दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया और थाने ले गयी जहाँ उसे तीन घंटे तक बिठाकर रखा गया। लड़की ने बाद में पत्रकारों को बताया कि तीन महिला पुलिस कर्मियों ने उसे बुरी तरह जकड़कर रखा जिससे उसे चोट आई है। यह लड़की सुबक रही थी।
इस लड़की का यह प्रतिरोध हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर से गैंगरेप की घटना से उद्वेलित होकर सामने आया है। हैदराबाद की घटना ने २०१२ के निर्भया गैंगरेप की याद दिला दी। हैदराबाद की महिला डॉक्टर प्रियंका रेड्डी के साथ जो कुछ हुआ, उसके बाद से पूरा देश गुस्से में है।
सुबह ही यह अकेली लड़की ससंद भवन के पास सड़क पर बैठकर अपना विरोध जता रही है। टीवी चैनल की रिपोर्टर ने जब उससे पूछा तो लड़की से ने कहा – ”कल मैं भी जलूंगी, लेकिन मैं लडूंगी। मैं उम्मीद नहीं कर रही की कोई और भी मेरे साथ यहां धरने पर बैठेगा।” अनु ने हाथ में गत्ते का एक बोर्ड पकड़ा था, जिसपर लिखा था – ‘Why I can’t feel safe in my home, india?’ (मैं अपने घर भारत में सुरक्षित क्यों नहीं हूं?) लड़की ने बताया – ‘’सुबह ७ बजे से बैठी हूं। निर्भया हो गया, कठुआ हो गया। छोटी बच्चियों का रेप हो रहा है। आज वो लड़की जली है कल मैं भी जल जाऊंगी, लेकिन मैं लड़ूंगी। अब डरने का मन नहीं करता, अब मन भर गया है।’’
टीवी चैनल की रिपोर्टर से लड़की ने कहा – ‘’मेरे साथ कोई नहीं जुड़ा तो भी यहीं अकेले बैठूंगी। मैं किसी से मेरे साथ जुड़ने की उम्मीद भी नहीं करती। मैं ऑफिस नहीं गई। पापा-मम्मी को भी नहीं बताया कि यहां बैठी हूं। मैं बहुत नर्वस हूं। जवाब सरकार देगी, सांसद देंगे इसलिए सांसदों से मिलने और उनसे सवाल पूछने यहां आई हूं। किसी को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है।”
बाद में पुलिस थाने ले गयी और तीन घंटे तक उसे वहां बिठाकर रखा। पुलिस ने लड़की से कहा कि जंतर-मंतर जाकर प्रदर्शन करो। लड़की का आरोप है कि उसे दबोचकर रखा गया जिससे उसे चोट भी आए है। पुलिस ने लड़की को चाय-बिस्किट भी दिए। बाद में मीडिया से बात करते हुए लड़की बहुत दरी हुई दिख रही थी।