प्रदेश में आम आदमी पार्टी को शुरुआत में ही लगा झटका, प्रदेश अध्यक्ष ने ही छोड़ा साथ
एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर जब चार बार के सांसद और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक ट्वीट किया- ‘केजरीवाल ने सोचा था, हिमाचल में सरकार बनाएँगे; लेकिन वहाँ तो आम आदमी पार्टी को अपना संगठन बचाना मुश्किल हो गया है।‘ तो साफ़ था कि यह आम आदमी पार्टी के लिए पहाड़ी राज्य में एक बड़ा झटका था। अनुराग का यह ट्वीट आम आदमी पार्टी के हिमाचल में अध्यक्ष अनूप केसरी और दो अन्य पदाधिकारियों के भाजपा में शामिल होने को लेकर था। ज़ाहिर है आम आदमी पार्टी को इससे बड़ा झटका लगा। हालाँकि पार्टी नेता और प्रदेश प्रभारी सत्येंद्र जैन, जो दिल्ली सरकार में मंत्री हैं; ने ट्वीट कर कहा कि हिमाचल प्रदेश की आम आदमी पार्टी की राज्य कार्यसमिति भंग कर दी गयी है, नयी राज्य कार्यसमिति का पुनर्गठन जल्द किया जाएगा। ज़ाहिर है प्रदेश अध्यक्ष के दलबदल करने से आम आदमी पार्टी को झटका लगा है।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल ने इस घटनाक्रम पर कहा कि आम आदमी पार्टी का हिमाचल में कोई भविष्य नहीं है और भाजपा राज्य में सत्ता बरक़रार रखेगी। धूमल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि लोग केंद्र और राज्य में सरकार के प्रदर्शन से बहुत ख़ुश हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद पहाड़ी प्रदेश में कांग्रेस नेताविहीन हो गयी है।
बता दें धूमल एक ज़मीनी नेता हैं और इन दिनों काफ़ी सक्रिय हैं। हालाँकि वह विनम्रतापूर्वक कहते हैं कि वह भाजपा के एक वफ़ादार सिपाही हैं और पार्टी के आदेश पर सब कुछ करेंगे।
उधर आम आदमी पार्टी ने सात प्रमुख पदाधिकारियों के पार्टी छोडऩे के बाद हिमाचल की इकाई की राज्य कार्यसमिति को भंग कर दिया। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य इकाई को तगड़ा झटका देते हुए यह नेता भाजपा में शामिल हो गये। आम आदमी पार्टी राज्य इकाई के सात पदाधिकारियों का भाजपा में दलबदल अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह ज़िले मंडी में बड़े रोड शो के बाद हुआ। भाजपा ने आम आदमी पार्टी से उस अपमान का बदला लिया है, जिसमें शिमला से उसके पूर्व पार्षद गौरव शर्मा, जो अब आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता हैं और उनके सहयोगी पिछले महीने भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गये थे।
8 अप्रैल को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनूप केसरी, राज्य के संगठन सचिव सतीश ठाकुर और ऊना के ज़िला अध्यक्ष इकबाल सिंह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। ठाकुर ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की हिमाचल विरोधी कार्यशैली के विरोध में नेता आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं।
हिमाचल के लिए आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रभारी सत्येंद्र जैन ने राज्य इकाई को भंग करने की घोषणा की। वैसे विधानसभाओं की इकाइयाँ यथावत कार्य करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही एक मज़बूत संगठन का गठन किया जाएगा। आम आदमी पार्टी की यह घोषणा उसके प्रदेश अध्यक्ष अनूप केसरी और पार्टी के संगठन सचिव के शिमला में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के रोड शो से कुछ घंटे पहले भाजपा में शामिल होने के बाद हुई।
इसके बाद आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रमुख ममता ठाकुर, पाँच अन्य पदाधिकारियों के साथ नई दिल्ली में केंद्रीय कार्यालय में भाजपा में शामिल हो गयीं। अन्य नेताओं में आम आदमी पार्टी की महिला शाखा की उपाध्यक्ष सोनिया बिंदल और संगीता, आम आदमी पार्टी की औद्योगिक शाखा के उपाध्यक्ष डी.के. शर्मा और सोशल मीडिया के उपाध्यक्ष आशीष कुमार शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, जिन्हें इन नेताओं को भाजपा में शामिल कराने का श्रेय दिया जाता है; ने कहा कि आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी के और नेता भाजपा में शामिल होंगे। पता चला है कि आम आदमी पार्टी की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष ममता ठाकुर को भाजपा में शामिल करने में अनुराग ठाकुर की अहम भूमिका थी।
इस मौक़े पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौज़ूद रहीं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लिए हिमाचल में अपनी पार्टी को बचाना मुश्किल हो गया है।
निश्चित ही भाजपा जोखिम लेना चाहती है। कुछ महीने पहले सत्तारूढ़ भाजपा को तब बड़ा झटका लगा था, जब तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर वह उपचुनाव हार गयी थी। इनमें मंडी की लोकसभा सीट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह ज़िले में पड़ती है। पिछले साल 30 अक्टूबर को यह उपचुनाव हुए थे। इस हार के झटके से उबरने के लिए निश्चित ही भाजपा अब आक्रामक हो रही है।
आम आदमी पार्टी ने 6 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके पंजाब समकक्ष भगवंत मान के रोड शो के साथ मौज़ूदा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गृह क्षेत्र मंडी से राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अपना चुनाव अभियान शुरू किया था। इस साल के अन्त तक होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह पार्टी का पहला बड़ा आयोजन था और यह पहाड़ी राज्य में जनता के मूड को भी प्रदर्शित कर रहा था। आम आदमी पार्टी ने शिमला नगर निगम चुनाव लडऩे की योजना की भी घोषणा की थी, जिसके लिए कार्यक्रम की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बड़े-बड़े होर्डिंग प्रमुख स्थानों पर लगे हैं और आम आदमी पार्टी ने सभी 41 वार्डों में चुनाव लडऩे के लिए राजधानी में अपने क़दम बढ़ाते हुए सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है।
एक चतुर रणनीति के रूप में भाजपा ने आम आदमी पार्टी नेताओं के भाजपा में शामिल होने के पूरे शो को लाइव और प्रमुखता से सोशल मीडिया पर प्रचारित किया। ज़ाहिर है उसका मक़सद इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सामूहिक दलबदल करवाकर आम आदमी पार्टी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना है।
हालाँकि यह सा$फ संकेत है कि भाजपा को डर है कि पड़ोसी राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी की लहर और आम आदमी पार्टी सरकार के गठन से हिमाचल में चुनाव प्रभावित हो सकते हैं, जहाँ आम आदमी पार्टी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह आने वाले विधानसभा चुनावों में सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उसने अपना सदस्यता अभियान भी शुरू किया था।
सदस्यता समारोह के दौरान अनुराग ठाकुर के अलावा मीनाक्षी लेखी, पार्टी महासचिव अरुण सिंह और राष्ट्रीय सह मीडिया प्रभारी संजय मयूख भी मौज़ूद थे। दिलचस्प बात यह है कि आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अध्यक्ष अनूप केसरी, संगठन महासचिव सतीश ठाकुर भी आम आदमी पार्टी को सन्देश देने के लिए इस कार्यक्रम में मौज़ूद थे।
आम आदमी पार्टी और भाजपा जहाँ राजनीतिक लड़ाई और दलबदल कराने में लगे हुए हैं, वहीं राज्य कांग्रेस भ्रम और राजनीतिक अलगाव की स्थिति में दिखायी दे रही है। हाल ही में पड़ोसी राज्य पंजाब में जो हुआ, उससे पार्टी नेताओं का विश्वास डगमगाया है। एक कारण और है- हिमाचल में कांग्रेस के नेता वैसे ही एक-दूसरे के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं; जैसा पंजाब में था।