हाल के सालों में आतंकियों को संवेदनशील जानकारियां लीक करने के आरोप में पकड़े जाने वाले नेगी संभवता पहले अधिकारी हैं। उनपर लगे आरोपों से निश्चित ही सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस विभाग में चिंता पसरी है क्योंकि कहा जा रहा है कि बाड़ ही खेत को खाने लगे तो खेत का क्या होगा !
गिरफ्तार किये गए एसपी नेगी हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। हैरानी यह है कि 11 साल तक एनआईए में काम कर चुके हैं। वे 2011 में एचपीएस से आईपीएस बने थे। नेगी को एनआईए में सबसे प्रतिष्ठित अधिकारियों में से एक गिना जाता था। कई प्रमुख मामलों की जांच में वे शामिल रहे।
उन्हें कश्मीर की हुर्रियत कांफ्रेंस के टेरर फंडिंग मामले की जांच के लिए वीरता पदक मिला था जबकि पूर्व डीएसपी दविंदर सिंह के आतंकवादियों के रिश्तों के आरोपों की जांच भी उनके पास रही थी। नेगी पर पहले से नजर रखी जा रही थी।