मुखबरी के दम पर पुलिस छापेमारी में उत्तर प्रदेश के अमरोहा में चंदन तस्करी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। अमरोहा के लोगों की मानें तो चंदन की लकड़ी की यह तस्करी काफी समय से हो रही थी, जिसका अड्डा यहाँ की मशहूर अनवरी हवेली थी। मौके पर पकड़ी गयी चंदन की लकड़ी की कीमत 50 करोड़ से अधिक बतायी जा रही है। हालाँकि बाद में मौखिक रूप से यह भी कहा गया कि लकड़ी की कीमत एक अरब रुपये के आस-पास है। इतनी बड़ी रकम की चंदन की लकड़ी की बरामदगी का चर्चा अब अमरोहा और आसपास के इलाकों में जमकर हो रहा है। शहर के मोहल्ला हाशमी नगर स्थित दो मंज़िला अनवरी हवेली में की गयी इस छापेमारी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और अमरोहा पुलिस ने बड़े गोपनीय तरीके से अंजाम दिया।
अमरोहा पुलिस का कहना है कि 9 अगस्त की शाम को दिल्ली क्राइम ब्रांच की एक टीम अमरोहा पहुँची और अमरोहा में हो रही चंदन की अवैध तस्करी के बारे में बताया। उसके बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम में शामिल इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा, एसआई लक्ष्मण सिंह तथा नौ अन्य पुलिसकर्मियों और अमरोहा पुलिस की एक ज्वाइंट ऑपेरशन टीम ने हवेली में छापेमारी की और दो गोदामों से 145 कुंतल लाल चंदन, सफेद चंदन और खैर की लकड़ी बरामद की, जिसकी बाज़ार में करीब 50 करोड़ कीमत है। इस मामले में मौके पर से अभी तक छ: आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें सभी की भूमिका क्रेता-विक्रेता की थी। वहीं चंदन तस्करी का मास्टर माइंड और उसका बेटा अभी फरार है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में कहा है कि क्राइम ब्रांच को 30 जुलाई को सूचना मिली थी कि दिल्ली के गढ़ी मेंदू गाँव का भोले कश्यप नाम का आदमी चंदन की लकड़ी की अवैध तस्करी करता है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने छापा मारा, जिसमें 1797 किलो लाल चंदन की लकड़ी बरामद की और चंदन लकड़ी की तस्करी करने वाले भोले कश्यप को गिरफ्तार किया गया। कड़ी पूछताछ में भोले कश्यप ने अपने दो साथियों कौशिक कुमार गोदारा और इसरार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कश्यप चंदन खरीदता था, जबकि इसरार आंध्र प्रदेश से कादिर नाम के एक शख्स से अवैध तरीके से चंदन की लकड़ी लाता था। इसरार ने पूछताछ में बताया कि वह और उसके साथी चंदन की लकड़ी अमरोहा में शाकिर नाम के शख्स को सप्लाई करते हैं। वहीं अमरोहा पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों अरशद अली अंसारी, महमूद आलम अंसारी और मोहम्मद सलमान को गिरफ्तार किया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हवेली कमर अहमद नाम के एक शख्स की है। पकड़े गये तस्करों में से एक कमर अहमद का दामाद है। यही कमर अहमद और उसका बेटा शाकिर चंदन की लकड़ी की तस्करी के मास्टर माइंड हैं और पूरे गिरोह के मुखिया भी। फिलहाल दोनों ही फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस ने चंदन की तस्करी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, पाँच लोगों को नामज़द किया गया है।
विदेशों तक है सप्लाई
पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि उपरोक्त तस्कर चंदन की लकड़ी की जापान और चीन जैसे देशों तक सप्लाई करते थे। इस तरह से औने-पौने दामों में अवैध तरीके से खरीदकर चंदन की लकड़ी से सभी तस्कर जमकर पैसा कमाते थे। इस मामले में पुलिस लगातार छापेमारी और पूछताछ कर रही है, ताकि गिरोह के दूर-दूर तक के सदस्यों को दबोचा जा सके।
बड़े पैमाने पर होती है चंदन की तस्करी
देश में काफी समय से बड़े पैमाने पर चंदन की लकड़ी की तस्करी होती रही है। चंदन तस्कर वीरप्पन का नाम कौन नहीं जानता है। वह एक कुख्यात बदमाश और बड़े स्तर का चंदन तस्कर था, जिसे बड़ी मुश्किल से सेना ने मार गिराया था। इसके अलावा चंदन की तस्करी के और भी बहुत-से वाकये हैं, जिनमें कई बार तो वन संरक्षकों की मिली-भगत का भी पर्दाफाश हुआ है।