राज्य सभा के उपसभापति पद के लिए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) उम्मीदवार जद (यू) के राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण सिंह जीत गए हैं। उन्होंने यूपीए (कांग्रेस) के बीके हरिप्रसाद को हराया है। एनडीए को 125 और यूपीए को 105 वोट मिले। राज्यसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 244 है। चुनाव में 14 सदस्य अनुपस्थित रहे। इस तरह लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए की यह लगातार दूसरी हार है। साल १९७७ से लगातार कांग्रेस का ही सदस्य उपसभापति रहा था ।
जीत के बाद उपसभापति हरिवंश को उनके आसान तक लाया गया। जीत पर तमाम नेताओं ने उन्हें बधाई दी। कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने उनकी जीत पर खुशी जताई और उम्मीद जाहिर की कि वे तटस्थ होकर अपने पद का निर्वहन करेंगे। आज़ाद ने हरिवंश के अनुभव की सराहना की और कहा कि यह सदन के काम आएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिवंश की जीत की तुलना अगस्त क्रांति से की। मोदी ने उनके अनुभव का जिक्र किया और एक पत्रकार के रूप में उनकी भूमिका को याद किया।
चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों ही जीत का दावा कर रही थीं लेकिन बीजू जनता दल की ओर से हरिवंश सिंह का समर्थन किए जाने के ऐलान से एनडीए का पक्ष मजबूत हो गया था। नवीन पटनायक ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने उन्हें फ़ोन किया था और बीजू जनता दल उनके उम्मीदवार को वोट कर रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी उन्हें फ़ोन किया था।
दिलचस्प यह है कि राज्यसभा सांसद और कभी समाजवादी पार्टी में रहे अमर सिंह ने भी कहा था कि इस चुनाव में एनडीए की जीत होगी। उधर एनसीपी नेता वंदना चव्हाण ने स्वीकार किया था कि सम्भवता उनके पास नंबर नहीं हैं। पहले वंदना का ही नाम यूपीए की तरफ से सामने आया था।
चुनाव से ऐन पहले उपसभापति चुनाव में वोटिंग से बाहर रहने का ऐलान कर वाईएसआर कांग्रेस ने भी यूपीए को झटका दिया था। पार्टी के राज्यसभा में दो सांसद हैं। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर चुनाव के दौरान उपस्थित रहने को कहा था। उपसभापति चुनाव से पहले एनडीए की बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षता भाजपा प्रमुख अमित शाह ने की थी। जम्मू कश्मीर की पार्टी पीडीपी ने भी वोटिंग में हिस्सा न लेने का ऐलान चुनाव से पहले किया था। डीएमके भी 4 में से २ ही सांसदों ने वोट डाला। आप ने भी चुनाव में हिस्सा नहीं लिया।
उधर कांग्रेस उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद ने कहा था कि ”हमें अपनी जीत की पूरी उम्मीद है, विपक्ष एकजुट है और हमारे पास आंकड़े हैं।” हरिप्रसाद ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं ने उपचुनाव के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के नेताओं और अरविंद केजरीवाल से बात की है। हालाँकि आप नेता संजय सिंह ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केजरीवाल से बात नहीं की जिससे साफ़ है उन्हें हमारे वोट की ज़रुरत नहीं थी। कांग्रेस के सुब्बारेड्डी भारत से बाहर थे, लिहाजा वे उपसभापति चुनाव में वोट नहीं डाल पाए।