हरियाणा में सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने किसानों के मुद्दे पर खट्टर सरकार के रवैये का विरोध करते हुए उससे अपना समर्थन वापस ले लिया है। हरियाणा के चरखी दादरी से विधायक सांगवान भाजपा-जेजेपी सरकार का अभी तक समर्थन कर रहे थे। सांगवान हाल में सरकार से समर्थन वापस लेने वाले बलराज कुंडू के बाद दूसरे विधायक हैं।
अभी तक हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 40, कांग्रेस के 31, जेजेपी के 10, निर्दलीय 7 और एक-एक विधायक एचएलपी और आईएनएलडी का है। वहां कुल 90 सदस्य हैं, जिसमें बहुमत के लिए 46 की संख्या जरूरी चाहिए होती है। लिहाजा सरकार के लिए कोई तात्कालिक खतरा सांगवान के फैसले के बाद नहीं दिखता।
हालांकि, सांगवान का जो समर्थन वापसी का पत्र सामने आया है वो ‘माननीय अध्यक्ष महोदय, हरियाणा सरकार’ को कहकर संबोधित किया गया है, न कि विधानसभा विधानसभा अध्यक्ष को। हाँ, सोमबीर सांगवान ने सोमवार को ही हरयाणा पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
समर्थन वापसी पर सांगवान ने कहा है कि खट्टर सरकार के साथ के साथ नहीं चल सकते। सांगवान हाल में सरकार से समर्थन वापस लेने वाले बलराज कुंडू के बाद दूसरे विधायक हैं। उन्होंने खट्टर सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था।
जानकारी मिली है कि सांगवान किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और वे इस समय दिल्ली में हैं। एक दिन पहले ही खाप के साथ सर्वजातीय बैठक में सांगवान ने यह फैसला किया था।