हरियाणा के पंचायत चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा ने सात जिलों में जिला परिषद की कुल 102 में से 22 सीटों पर जीत हासिल की है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पार्टी चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ा था हालांकि, अकेले पंचकूला जिले में उसके समर्थित 10 में से 8 लोग जीत गए हैं। आम आदमी पार्टी ने 15 जबकि इनेलो ने 14 जगह जगह जीत दर्ज की है। इन चुनावों में बड़ी संख्या में निर्दलीयों की जीत हुई है। कांग्रेस का दावा है कि इनमें से काफी उसके समर्थक हैं।
अंबाला जिले के वार्ड 4 में भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी की पत्नी ही चुनाव हार गयी। पंचकूला जिले में भाजपा को करारी मात मिली है जगह वह सभी 10 सीटें हार गयी। कांग्रेस ने दावा किया है कि वहां 8 उसके समर्थित उम्मीदवार विजयी रहे हैं। नतीजे रविवार को घोषित किए गए। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक सभी निर्वाचित उम्मीदवारों के नामों की अधिसूचना हरियाणा राज्य सरकार के गजट में 30 नवंबर से पहले जारी कर दी जाएगी।
भाजपा के मुताबिक उसने अंबाला, यमुनानगर और गुरुग्राम सहित सात जिलों में जिला परिषद की 102 में से 22 सीटों पर जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी ने भी इन चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर 15 सीटें जीती हैं। आप 100 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
इनेलो, जिसने जिला परिषद की 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था, ने चुनावों में 14 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने अपने पार्टी चिन्ह पर पंचायत चुनाव नहीं लड़ा था, हालांकि उसने दावा किया है कि उसके समर्थित या पार्टी विचारधारा के कई निर्दलीय जीत गए हैं।
सिरसा के जिला परिषद के वार्ड नंबर छह से इनेलो नेता और ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला के बेटे करण चौटाला 600 से अधिक मतों से जीत गए हैं। याद रहे 143 पंचायत समितियों और 22 जिला परिषदों के चुनाव तीन चरणों में हुए थे।
हरियाणा में 22 जिला परिषद हैं, जिनमें 411 सदस्य हैं। ये सदस्य 22 जिला परिषदों के प्रमुखों का चुनाव करेंगे। राज्य में 143 पंचायत समितियां हैं, जिनमें 3,081 सदस्य हैं जो अपने-अपने प्रमुखों का चुनाव करेंगे।
हरियाणा के निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह ने कहा – ‘राज्य में 143 पंचायत समितियों के 3,081 सदस्यों में से 117 पहले ही सर्वसम्मति से चुने जा चुके हैं। राज्य में 2,964 सदस्यों के शेष पदों के लिए 11,888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। ऐसे ही 22 जिला परिषदों के 411 सदस्यों के लिए चुनाव हुए थे और इन पदों के लिए 3,072 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था।’