कैलाश मानसरोवर यात्रा से लौटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली में पार्टी और २१ अन्य विपक्षी दलों के ”भारत बंद” मार्च की अगुवाई की। इसमें कई बड़े नेता शामिल हुए। राहुल ने इस मौके पर कहा कि बंद के प्रति लोगों के समर्थन से जाहिर है की जनता महंगाई और मोदी सरकार की इसे रोक सकने में नाकामी से खफा है। उन्होंने कहा – ”२०१९ में विपक्षी दाल मिलकर भाजपा हो हराएंगे।”
राहुल ने तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और राफेल विमान डील मामले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने पिछले साढ़े चार साल में भारत के लोगों को आपस में लड़ाने का काम किया है। रामलीला मैदान के पास आयोजित विरोध प्रदर्शन में गांधी ने कहा की २०१४ में मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। ”जनता ने भरोसा कर उनकी (मोदी) सरकार बनाई लेकिन अब उन्हें अहसास हो चुका है कि यह गलती थी क्योंकि वे जान चुके हैं कि उन्होंने (पीएम) साढ़े चार साल में क्या किया।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल ने कहा कि ”मोदीजी सही कहते हैं कि जो उन्होंने साढ़े चार साल में वो किया जो 70 साल में नहीं हुआ। अब लोगों को पता चल गया है कि उन्होंने साढ़े चार साल में हिंदुस्तानियों को आपस में लड़वाया। एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़वाया। जातियों को लड़वाया।” राहुल ने दावा किया कि महिलाओं पर अत्याचार होते रहे पर प्रधानमंत्री ख़ामोश रहे। पूरे देश में मोदी जी पेट्रोल डीज़ल और गैस पर विपक्ष में रहते हुए खूब बोलते थे, लेकिन अब एक शब्द नहीं बोलते हैं ।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफ़ेल के सवाल पर प्रधानमंत्री ख़ामोश हैं । एक मित्र उद्योगपति को 45 हज़ार करोड़ दे दिये । ये देश की आम जनता का पैसा है। नोटबंदी के नाम पर अपने मित्रों का काला धन सफ़ेद करवाया। फिर गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) लगा दिया। मंझोले और छोटे उद्योगों को बर्बाद कर दिया।”
इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी मोदी सर्कार की जमकर खिंचाई की। सिंह ने कहा कि जनता इस सरकार से ऊब चुकी है और अब इसके जाने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि देश की हालत खराब है और पीएम मोदी झौठे विकास का दावा जाता रहे हैं। अन्य नेताओं ने भी इस मौके पर मोदी सरकार की खूब आलोचना की और इसे नाकाम बताया।