कांग्रेस सहित विपक्ष ने गुरुवार को भी कई मुद्दों को लेकर संसद में हंगामा किया। महंगाई से लेकर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। कांग्रेस के राहुल गांधी ने कहा कि वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि हम पर थोड़ा सा दबाव डालकर हमें चुप करा लेंगे। लेकिन हम चुप नहीं होने वाले। लोकसभा और राज्यसभा को हंगामे के बाद 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कहा कि उन्हें ईडी ने समन जारी किया है। उन्होंने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब संसद चल रही है, उन्हें ईडी का समन आता है। आप तुरंत आइए। मुझे साढ़े 12 बजे जाना है। मैं कानून का पालन करना चाहता हूं, लेकिन जब सदन चल रहा है मुझे समन करना क्या यह उचित है?
खड़गे ने कहा कि कल सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घर का पुलिस ने घेराव किया था। क्या ऐसे में लोकतंत्र जीवित रहेगा ? क्या हम संविधान के तहत काम कर पाएंगे? हम डरेंगे नहीं, हम मुकाबला करेंगे। हम आपसे अपील करते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा कीजिए।
आज सुबह राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत सीबीआई, आईटी जैसी सरकारी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के नोटिस को खारिज कर दिया। विरोध में विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर 2 बजे तक स्थगित कर दी गयी। उधर लोकसभा में भी हंगामे के चलते सदन को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्ष के आरोप को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी के काम में दखल नहीं करती है। इनकी सरकार के कार्यकाल में ऐसा होता होगा। किसी ने अगर गलत किया है तो एजेंसीज अपना काम करेंगी।
कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी ने कहा कि वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। वे सोचते हैं कि हम पर थोड़ा सा दबाव डालकर हमें चुप करा लेंगे, लेकिन हम चुप नहीं होने वाले। कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो कर रहे हैं वो लोकतंत्र के खिलाफ है। हम उसके खिलाफ खड़े रहेंगे।
उनकी ही पार्टी के पी चिदंबरम ने कहा कि यदि विपक्ष का नेता कुछ कह रहा है और सदन को बाधित नहीं कर रहा है तो सदन के नेता जिनका काम सुनिश्चित करना है कि सदन सही से चले, वे क्यों चिल्ला रहे हैं और सदन स्थगित कर रहे हैं। ये इस सरकार की असहिष्णुता को दर्शाता है. आज का स्थगन पीयूष गोयल के कारण हुआ है।