उत्तरप्रदेश में अमेठी से केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी विजयी रहीं। उनकी जीत में सहायक माने जा रहे बारुलिया गांव के पूर्व सरपंच और भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह रविवार (26 मई ) की रात अमेठी निर्वाचन क्षेत्र में मृत पाए गए। सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार सिंह के आवास पर भोर में तीन बजे हमलावरों ने गोलियां चला कर उनकी हत्या कर दी। उन्हें केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
अमेठी के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि उनकी हत्या की वजह पुरानी रंजिश है। पुलिस की जांच जारी है। सुरेंद्र सिंह के पुत्र में बताया कि अमेठी में ईरानी की जीत के उत्सव से वे अपने घर लौटे थे। उसके अनुसार सुरेंद्र सिंह स्मृति ईरानी के लिए चौबीसों घंटे प्रचार कार्य करते थे। वे उनकी विजय यात्रा से लौटे थे कि कुछ लोगों ने उनकी हत्या कर दी। मुझे लगता है हमलावरों में कांगे्रस के समर्थक भी रहे होंगे।
पिछले दिनों बारुलिया गांव की चर्चा इसलिए भी काफी हुई थी क्योंकि स्मृति ईरानी ने चुनाव प्रचार के दौरान यहां जूते बांटे थे। कांग्रेस की महासविच प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि जूते बांटना, अमेठी की जनता का अपमान है।
स्मृति ईरानी सुरेंद्र सिंह की हत्या की खबर सुनकर उनके परिवार में गई । अंत्येष्टि में कंधा दिया। साथ ही शोकसंतप्त परिवार को उन्होंने ढांढस़ बंधाया।