केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी सत्ता में रहकर ‘सट्टे का खेल’ खेल रही है। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आरोप लगाते हुए सट्टेबाजी के माध्यम से 500 करोड़ रुपये लेने के आरोपों पर भी सफाई मांगी है।
स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि, “पार्टी चुनाव प्रचार अभियान की फंडिंग के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों के हवाला के माध्यम से लाए गए धन का उपयोग कर रही है। भूपेश बघेल लोगों के समर्थन से नहीं बल्कि हवाला और सट्टेबाजी में शामिल लोगों की मदद से चुनाव लड़ रहे है।”
भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने भूपेश बघेल से सवाल पूछते हुए कहा कि, “क्या यह सत्य है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेताओं को शुभम सोनी के माध्यम से असीम दास पैसा पहुंचाते थे? क्या यह सत्य है कि शुभम सोनी के एक वॉइस मैसेज के माध्यम से असीम दास को ये आदेश दिया गया कि वो रायपुर जाएं और भूपेश बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें?”
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने स्मृति ईरानी द्वारा लगाए गए भूपेश बघेल पर सभी आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि, “जब भी चुनाव होते हैं तो भाजपा के लिए मुख्य हथियार प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां बन जाती है। हमने कर्नाटक चुनाव में देखा कि चुनाव के दौरान ही उन्होंने 100 से ज्यादा कांग्रेस उम्मीदवारों पर रेड की। और अब मिजोरम समेत सभी पांच राज्यों में जनता का मूड बिल्कुल साफ है। सभी राज्यों में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। उनके पास एक यही आखिरी हथियार ईडी है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों में हमारी सरकार लोकप्रिय है और योजनाएं आम लोगों तक पहुंच रही है। लेकिन उनका एक ही लक्ष्य है छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाना।”
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि, “ये एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। ये प्रतिशोध की राजनीति है। ये इसलिए अपनाया जा रहा है, क्योंकि बीजेपी की हार बिल्कुल निश्चित है। दोनों राज्यों में भरोसा बरकरार है, फिर कांग्रेस सरकार है।”
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि, “उनके पास (स्मृति ईरानी) के पास अगर कोई जानकारी और सबूत है तो सामने क्यों नहीं रखती? आरोप क्यों लगा रही है? उनके पास जानकारी है और वे सामने नहीं रख रही हैं तो वे भी सहभागी हैं क्या? यह वही ई़डी है जिसके अधिकारियों के घरों में भारी मात्रा में पैसा मिला है। हम उम्मीद कर रहे थे कि चुनाव से ठीक पहले ऐसा होगा। यह अप्रत्याशित नहीं है। जब वे चुनाव हारने वाले हैं तो ये बातें सामने ला रहे हैं। यहां तक की ईडी की प्रेस रिलीज में भी कोई तथ्य नहीं है। कौन से लोग देश में चुनी सरकारों को गिराते हैं और ऑपरेशन लोटस करते हैं ये सभी जानते हैं।”
आपको बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) महादेव सट्टेबाजी ऐप को लेकर कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। और बीते शुक्रवार को दावा किया गया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति के बयान में चौंकाने वाले आरोप निकलकर सामने आए जिसमें उसने कहा कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दिए है।