स्टेडियम की सुरक्षा पर करोड़ों ख़र्च!

आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप-2023 के मद्देनज़र नरेंद्र मोदी स्टेडियम छावनी में तब्दील कर दिया गया है। स्टेडियम के अलावा अहमदाबाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था मज़बूत की गयी है।

दरअसल नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट मैच शुरू होने से पहले एक ईमेल से किसी अज्ञात व्यक्ति ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। जानकारी के अनुसार, धमकी देने वाले ने ईमेल के ज़रिये कहा था कि भारत और पाकिस्तान के मैच के दौरान स्टेडियम को बम से उड़ा दिया जाएगा। ईमेल भेजने वाले अज्ञात शख़्स ने ऐसा न करने के एवज़ में सरकार से 500 करोड़ रुपये की माँग के अलावा जेल में बन्द गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की रिहाई की माँग की है। हालाँकि पुलिस अभी यह पता नहीं लगा सकी है कि स्टेडियम को नुकसान पहुँचाने वाला कौन है? मामले की जाँच चल रही है। क़रीब 11 वर्षों बाद भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे मुक़ाबला भारत में होगा, जिसके चलते इस महामुक़ाबले को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।

इसके चलते स्टेडियम की सुरक्षा में करोड़ों रुपये का ख़र्च आना तय है; क्योंकि स्टेडियम की सुरक्षा के लिए क़रीब 3,000 पुलिसकर्मी, 500 होमगार्ड, तीन अतिरिक्त आयुक्त, 18 एसीपी, 13 डीसीपी समेत गुजरात पुलिस के कई आला अधिकारी तैनात किये गये हैं। कहा जा रहा है कि स्टेडियम की सुरक्षा के लिए पुलिस ने 70 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, 150 हैंड मेटल डिटेक्टर और तीन ड्रोन की तैनाती मैच देखने आने वालों की सुरक्षा जाँच के लिए की है। इसके साथ ही गुजरात पुलिस को सोशल मीडिया पर नज़र रखने के आदेश भी दिये गये हैं।

हालाँकि इस बात की साफ़ जानकारी सामने नहीं आ पा रही है कि कितनी बड़ी संख्या में नरेंद्र मोदी स्टेडियम की सुरक्षा के लिए जवान तैनात हैं? जब स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, तब सुरक्षा की बात चली थी। उस समय अहमदाबाद पुलिस के कमिश्नर आईपीएस जी.एस. मलिक ने कहा था कि स्टेडियम की सुरक्षा के लिए अहमदाबाद पुलिस की तरफ़ से 7,000 पुलिस के जवान तैनात किये जाएँगे। इसके अलावा 4,000 होमगार्ड के जवान और दज़र्नों पुलिस अधिकारी मौज़ूद रहेंगे।

आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप-2023 का पूरा मैच सुरक्षित तरीक़े से हो, इसके लिए एनएसजी की तीन टीमें और एंटी ड्रोन की एक टीम, बम डिस्पोजेबल स्क्वाड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं।

भारत में ये पहली बार है कि किसी खेल स्टेडियम की सुरक्षा में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती की गयी है। इससे पहले मोदी स्टेडियम में पहला वनडे विश्वकप क्रिकेट मैच शुरू होने के चलते महीनों से चलने वाली तैयारियों में भी करोड़ों रुपये ख़र्च हुए हैं।

सामने आ रही ख़बरों के मुताबिक, मैच देखने के शौक़ीनों को स्टेडियम में गहन जाँच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इतना ही नहीं दर्शक अपने साथ पानी के बोतल, खाने-पीने की चीज़ें, बीड़ी, सिगरेट, माचिस, लाइटर, किसी भी तरह की गोपनीय और घातक चीज़ नहीं ले जा सकेंगे। इसके अलावा स्टेडियम में कोई दर्शक विवादास्पद बैनर नहीं ले जा सकेगा। पुरुष दर्शक अंदर सिर्फ़ मोबाइल और पर्स लेकर ही जा पा रहे हैं। वहीं महिला दर्शक मोबाइल, एक छोटा पर्स ही ले जा पा रही हैं। स्टेडियम के अंदर लोगों पर इस तरह की चीज़ें न ले जाने और उनकी गतिविधियों पर नज़र रखने की ज़िम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंपी गयी है।

नरेंद्र मोदी स्टेडियम का उद्घाटन मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 5 अक्टूबर को हुआ था, जिसमें न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की थी। 14 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों के बीच कड़ा मुक़ाबला हुआ, जिसके चलते इस स्टेडियम में भारी भीड़ जुटी। इसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अहमदाबाद पुलिस प्रशासन, राज्य सरकार और ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिन-रात चौकसी बरती अहमदाबाद के संवेदनशील इलाक़ों में सुरक्षा व्यवस्था सबसे ज़्यादा कड़ी की गयी है। मैच सुचारू रूप से खेला जाए, इसके लिए स्टेडियम की सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस ड्रोन से नज़र रख रही है।

मैच देखने के लिए आने वालों में वीआईपी, वीवीआईपी तक शामिल रहेंगे, जिसके चलते उनके आसानी से प्रवेश की ख़ासतौर पर व्यवस्था की गयी है। इतना ही नहीं, क्रिकेट खिलाड़ी जिन होटलों में ठहरे हुए हैं, उन होटलों की सुरक्षा भी का$फी कड़ी है। खिलाड़ियों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है।

बता दें कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम की दर्शक क्षमता क़रीब 1,32,000 लोगों के बैठने की है। आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 मैच देखने वाले बड़ी संख्या में हर रोज़ स्टेडियम में आ रहे हैं। स्टेडियम में 15 पार्किंग हैं, जिन पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। पाकिस्तान और भारत के मैच वाले दिन दर्शकों के क्षमता से उम्मीद से का$फी ज़्यादा रही।

भारत-पाकिस्तान मैच की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की मौज़ूदगी में उच्चस्तरीय बैठक करने के अलावा पुलिस के द्वारा की जा रही तैयारियों का जायज़ा ले चुके हैं। नरेंद्र मोदी स्टेडियम की सुरक्षा को लेकर लोग अब सवाल भी उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि एक स्टेडियम की सुरक्षा पर इतना ख़र्च किया जा रहा है। इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गयी है। लेकिन नागरिकों की सुरक्षा, बेटियों की सुरक्षा, ड्रग्स और शराब की तस्करी और अपराध रोकने के लिए सरकार पुलिस को इस तरह मुस्तैद नहीं करती है।

बदल गयी टीम इंडिया की ड्रेस

इसके साथ ही अब टीम इंडिया की ड्रेस भी बदल दी गयी है। अब तक किसी भी क्रिकेट मैच के लिए टीम इंडिया की ड्रेस नीली होती थी, जिस पर इंडिया लिखा रहता था। लेकिन अब सभी भारतीय खिलाड़ी और भारत की ओर से खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों को क्रिकेट और अन्य खेलों के लिए ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाली एक कम्पनी ड्रीम-11 लिखी हुई भगवा ड्रेस भारत की ओर से मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को पहननी पड़ रही है। सूत्रों के अनुसार ड्रीम-11 को भारतीय क्रिकेट टीम का अगले तीन वर्षों के लिए लीड स्पॉन्सर सौंपा गया है। यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के चक्र में टीम इंडिया का पहला मैच है, जिसमें अचानक टीम इंडिया की ड्रेस को रिप्लेस करके उसे ड्रीम-11 की ड्रेस पहनायी जा रही है। ड्रीम-11 के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।

बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने ड्रीम-11 को बधाई दी है। उन्होंने कहा- ‘मैं ड्रीम-11 को बधाई देता हूँ और फिर से बोर्ड पर उसका स्वागत करता हूँ। बीसीसीआई के ऑफिशियल स्पॉन्सर से लेकर अब लीड स्पॉन्सर बनने तक, बीसीसीआई-ड्रीम-11 साझेदारी लगातार मज़बूत होती जा रही है। यह भारतीय क्रिकेट के विश्वास, मूल्य, क्षमता और विकास का प्रत्यक्ष प्रमाण है। हम इस साल के अन्त में आईसीसी वर्ल्ड कप की मेज़बानी करने की तैयारी कर रहे हैं। दर्शकों के अनुभव को बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और मुझे यक़ीन है कि यह साझेदारी हमें प्रशंसकों के जुड़ाव के अनुभव को बढ़ाने में मदद करेगी।

इस पार्टनरशिप पर ड्रीम स्पोर्ट्स के सह-संस्थापक और सीईओ हर्ष जैन ने कहा है- ‘बीसीसीआई और टीम इंडिया के लम्बे समय से साझेदार के रूप में ड्रीम-11 हमारी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए रोमांचित है। ड्रीम-11 में एक अरब भारतीय क्रिकेट प्रशंसक क्रिकेट के लिए अपना प्यार साझा करते हैं। नेशनल टीम के लिए लीड स्पॉन्सर बनना ड्रीम-11 के लिए गर्व की और हमारे लिए सौभाग्य की बात है। हम इंडियन स्पोर्ट्स इकोसिस्टम का समर्थन जारी रखने के लिए तत्पर हैं।

सवाल ये हैं कि क्या क्रिकेटर हमारे रोल मॉडल हैं? क्या क्रिकेटरों युवाओं के भविष्य की चिन्ता है? युवाओं को वे शिक्षा देते हैं? क्या क्रिकेट को इतनी प्राथमिकता सिर्फ़ पैसों के लिए दी जा रही है? मैचों में सट्टेबाज़ी से क्या युवा पीढ़ी बर्बाद नहीं हो रही है?