आखिर लम्बे इन्तजार के बाद छोटी क्लास के बच्चों को होम्वोक से निजात मिल गयी है। सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में फैसला किया है। सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक अब पहली और दूसरी क्लास के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाएगा।
मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के बैग का वजन डेढ़ किलो और १०वीं कक्षा के बच्चों के बैग का वजन अब ५ किलो से ज्यादा नहीं होगा।सरकार ने स्कूली बच्चों पर भारी बैग के कारण स्वास्थ्य पर पड़ रहे असर को कम करने के लिए यह फैसला किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्रालय ने सभी राज्यों के अलावा केंद्र शासित प्रदेशों को इस सम्बन्ध में निर्देश पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि बच्चों को केवल भाषा (लैंग्वेज) और गणित (मैथ) ही पढ़ाया जाएगा। मंत्रालय ने इसके अलावा तीसरी से पांचवी क्लास के बच्चों को भाषा, ईवीएस और मैथ एनसीआरटी के सिलेबस से ही पढ़ाने को कहा है।
मानव संसाधन मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को कहा है कि अब बच्चों के बैग का वजन वही होगा जो मंत्रालय की तरफ से तय किया जाएगा। गाइनलाइन में कक्षाओं के मुताबिक बच्चों के स्कूल बैग का वजन निर्धारित कर दिया गया है। मंत्रालय ने पहली से दसबीं क्लास तक के लिए बच्चों के स्कूल बैग के वजन को निर्धारित करके उन्हें बहुत बड़ी राहत दी है।