एक बड़े घटनाक्रम में विपक्ष के 13 राजनीतिक दलों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। इन दलों में शिव सेना से लेकर टीआरएस तक शामिल हैं।
विपक्ष के इन दलों ने गुरुवार को दिल्ली में ख़ास तौर पर एक बैठक की और इसमें सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को प्रतिशोध की राजनीति कहा और आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के नेता को परेशान करने के लिए किया जा रहा है। इससे पहले ईडी ने राहुल गांधी से भी लगातार कई दिन तक पूछताछ की थी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने आज अपने दफ्तर में पेश होने को कहा है। इसका विरोध करने के लिए आज 13 विपक्षी दलों ने कांग्रेस की अध्यक्षता में एक बैठक की। बैठक में सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को राजनीति का दुरुपयोग बताया गया। बैठक में उपस्थित नेताओं ने इसपर खासी नाराजगी दिखाई।
बैठक में शिवसेना से लेकर टीआरएस तक के नेता शामिल हुए। इसमें द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), आईयूएमएल, नेशनल कांफ्रेंस, टीआरएस, एमडीएमके, एनसीपी, वीसीके, शिवसेना और आरजेडी के नेता जुटे।
बाद में इन विपक्षी दलों ने बाकायदा एक बयान जारी किया जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने की कड़ी निंदा की गई। उधर कांग्रेस के सदस्य गौरव गोगोई ने लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है जिसमें भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर चर्चा की मांग की गयी है।