सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनाई गयी हैं। वे १९९८ से २०१७ तक लगातार १९ साल तक कांग्रेस की चुनी अध्यक्ष रह चुकी हैं। सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी को अध्यक्ष पर बने रहने का प्रस्ताव हुआ लेकिन राहुल ने अपना इस्तीफा वापस लेने से मना कर दिया।
सीडब्ल्यूसी ने शाम को अपनी दूसरी बैठक में तीन प्रस्ताव पास किये जिनमें राहुल की अध्यक्षता की प्रशंसा की गयी। बैठक में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया। वे अध्यक्ष के चुनाव तक अंतरिम अध्यक्ष का जिम्मा संभालेंगी। अब ऐसा लगता है कि जब भी दिसंबर में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव होगा प्रियंका गांधी के अध्यक्ष बनने की ज्यादा संभावना रहेगी क्योंकि सीडब्ल्यूसी में राहुल के बाद प्रियंका को अध्यक्ष बनाने की सबसे ज्यादा मांग थी।
बैठक में बुलाये गए तमाम पीसीसी अध्यक्षों, सीएलपी नेताओं ने राहुल के मना करने पर सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाने पर जोर दिया। सभी का मानना था कि पार्टी को एकजुट रखने के लिए सोनिया गांधी को अध्यक्ष का जिम्मा संभालना चाहिए।
सुबह पांच उपसमितियां बनाई गयी थीं। इनके कमोवेश सभी सदस्यों ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाये रखने के हक़ में फैसला दिया लेकिन राहुल ने साफ़ कर दिया कि वे अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगें। इसके बाद कार्यसमिति ने सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद का जिम्मा संभालें। पहले न करने के बाद जब उनपर जोर दिया गया तो सोनिया इसके लिए सहमत हो गईं।
सर्वसम्मिति से सीडब्ल्यूसी की बैठक में जम्मू कश्मीर की स्थिति पर भी चिंता जताई गयी। सरकार से मांग की गयी कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को जम्मू कश्मीर जाने की इजाजत दी जाए।
फैसले के बाद कांग्रेस नेताओं वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। पांच जोन के आधार पर ली गई राय में सोनिया गांधी का नाम ही सामने आया। पहले तो उन्होंने मना लिया। लेकिन नेताओं के बहुत कहने पर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के लिए हामी भर दी।
शाम सवा आठ बजे से कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी के तमाम नेता पार्टी मुख्यालय पहुंचे। बैठक में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और एके एंटनी समेत कई बड़े नेता मौजूद थे।
पहले पार्टी नेता बैठक में राहुल गांधी का इंतजार करते रहे। काफी कहने के बाद राहुल गांधी बैठक में पहुंचे और थोड़ी देर बाद वहां से चले गए। बैठक से निकलते वक्त उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जम्मू-कश्मीर पर चर्चा की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष के चयन पर अभी फैसला नहीं हुआ है। मीटिंग चल रही है। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर से हिंसा की खबरें आ रही हैं, हम इस बारे में चिंतित हैं। सरकार को बताना चाहिए कि वहां क्या चल रहा है।