सोनिया गांधी को एक बार फिर कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) का नेता चुन लिया गया है। चुने जाने के तुरंत बाद उन्होंने देश के उन १२ करोड़ से ज्यादा मतदाताओं का आभार जताया जिन्होंने २०१९ के लोक चुनाव चुनाव में कांग्रेस को वोट देकर पार्टी में भरोसा जताया है।
सम्भावना है कि सोनिया गांधी अब लोक सभा और राज्य सभा में पार्टी नेताओं का मनोनयन करेंगीं। ”तहलका” की जानकारी के मुताबिक लोकसभा में राहुल गांधी कांग्रेस के नेता बन सकते हैं जबकि राज्य सभा में ग़ुलाम नबी आज़ाद के ही दोबारा नेता बनने की सम्भावना है जो अभी तक राज्य सभा में विपक्ष के भी नेता हैं।
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शनिवार को दिल्ली में हुई जिसमें सोनिया गांधी को एक बार फिर संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। संसद के सेंट्रल हॉल में हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। फिर से नेता चुने जाने पर सोनिया गांधी ने कांग्रेस को वोट करने वालों का धन्यवाद किया। चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी(सीडब्लूसी ) की बैठक के बाद यह बैठक हुई है।
याद रहे सीडब्लूसी की बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे की बात को सीडब्लूसी ने एकमत से ठुकरा दिया था। उसके बाद से राहुल गांधी को अध्यक्ष पद न छोड़ने का आग्रह कई नेताओं ने हालांकि राहुल इस्तीफा वापस लेने को तैयार नहीं दीखते हैं।
कांग्रेस के लोकसभा में इस बार ५२ सांसद चुने गए हैं हालाँकि विपक्ष का दर्जा पाने के लिए यह, जरूरी संख्या ५५, से कम है। हांलकि पिछले लोक सभा में ४५ सदस्य होने के बाद ने कांग्रेस ने बतौर विपक्ष लोक सभा में तमाम बड़े मुद्दे उठाये थे। राफेल के कांग्रेस, खासकर राहुल गांधी काफी आक्रमक रहे थे।
सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की नेता बनीं
राहुल बनाये जा सकते हैं लोकसभा में पार्टी नेता