कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में मंगलवार शाम वकार रसूल वानी को जम्मू-कश्मीर इकाई का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। हालांकि, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद, जिन्हें पार्टी ने जम्मू कश्मीर में चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था, उन्होंने नियुक्ति के कुछ घंटे बाद ही पिछली रात इस्तीफा दे दिया।
आज़ाद, जिन्हें हाल तक कांग्रेस के भीतर जी-23 गुट का नेता माना जाता था, ने पार्टी की जम्मू कश्मीर की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्यता भी छोड़ने का ऐलान किया है। अभी यह पता नहीं चला है कि आज़ाद ने ऐसा क्यों किया क्योंकि नए प्रदेश अध्यक्ष वानी उनके ही नजदीकी हैं। अपेक्षाकृत युवा (47 वर्षीय) वानी विधायक रह चुके हैं और आज़ाद के ही पैतृक इलाके डोडा के बनिहाल के रहने वाले हैं।
आजाद के जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्यता से इस्तीफे से लोगों को हैरानी हुई है क्योंकि यह माना जा रहा था कि गांधी परिवार से उनके मतभेद ख़त्म हो गए हैं। आजाद ने 15 अगस्त को राहुल और प्रियंका गांधी के साथ ‘आजादी गौरव यात्रा’ में भी हिस्सा लिया था। वे लगातार पार्टी के कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं, ऐसे में उनका इस्तीफा हैरानी से देखा जा रहा है।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल शाम आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी थी। साथ ही गांधी ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के लिये चुनाव अभियान समिति और राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) समेत सात समितियों का भी गठन किया था।
इससे पहले पिछले करीब पांच साल से प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। आजाद के करीबी माने जाने वाले नए प्रदेश अध्यक्ष वानी प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं।