कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए मेजर अनुज सूद का मंगलवार को पंचकूला में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें अंतिम विदाई देते हुए हर आंख नम थी। उनकी बहन हर्षिता भी सेना में अधिकारी हैं।
मेजर सूद रविवार को कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। अनुज की पार्थिव देह सोमवार दोपहर श्रीनगर से यहां लाई गयी थी। हालांकि, उनका अंतिम संस्कार आज किया गया।
तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह को सेना के वाहन में पंचकूला में उनके घर से मनी माजरा स्थित शमशान घाट ले जाया गया। अंतिम संस्कार से पहले, शहीद मेजर के पार्थिव शरीर पर सेना के सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
बंदूकों से सलामी के बाद उनकी पार्थिव देह को ”भारत माता की जय” और ”मेजर अनुज अमर रहे” के नारों के बीच पिता ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद (सेवानिवृत्त) ने चिता को मुखाग्नि दी। सेना के वरिष्ठ अधिकारी और मेजर सूद की पत्नी, पिता, बहन समेत परिवार के सदस्य दाह संस्कार के दौरान उपस्थित थे।
पिता ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद (सेवानिवृत्त) ने कहा कि उन्हें बेटे के सर्वोच्च बलिदान पर फख्र है। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्र का सच्चा बेटा था। शहीद अनुज की बहन हर्षिता भी सेना में अधिकारी हैं।