सूडान में आसमान छूती मंहगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच हुई झड़पों में १७ लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा सुरक्षा कर्मी भी हिंसा का शिकार हुए हैं।
सूडान सरकार ने आधिकारिक रूप से बताया है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान २१९ लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ सुरक्षा कर्मी है। दिलचस्प यह है कि सूडान में महंगाई के खिलाफ को प्रदर्शन हो रहे हैं उन्हें स्थानीय पत्रकारों का भी समर्थन मिला है और वे भी तीन दिन की ”काम छोडो हड़ताल” पर हैं।
सरकार के प्रवक्ता बोशरा जुमा ने टीवी ब्रॉडकास्ट में स्वीकार किया है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान घटनाओं में दो सुरक्षाकर्मियों सहित १९ लोगों की मौत हुई है।
ख़बरों के मुताबिक ज्यादातर लोगों की मौत लूट के दौरान हुई। सूडान की राजधानी खारतूम में हालाँकि प्रदर्शन तो किसी की मौत होने की खबर नहीं है। सूडानी प्रशासन के दावे के विपरीत एमनेस्टी इंटरनेशनल ने खुलासा किया है कि महंगाई से जुड़े विरोध प्रदर्शनों में पुलिस से हुए संघर्ष में ३७ लोगों की जान गयी है।
उधर सूडानी जर्नलिस्ट नेटवर्क ने कहा कि वे प्रदर्शनकारियों के साथ हड़ताल पर जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी राजधानी खारतूम और अन्य शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं। नेटवर्क ने ऐलान किया कि हम हिंसा के खिलाफ २७ दिसंबर से तीन दिन की हड़ताल कर रहे हैं। एक पत्रकार को गिरफ्तार किये जाने की भी सूचना है। पहले अमेरिका ने जो प्रतिवंध सूडान पर लगाए थे उन्हें हटा तो लिया है लेकिन देश में आर्थिक संकट बना हुआ है जिससे आम ज़रुरत की दैनिक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं।