देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों, देश भर में आक्सीजन और बिस्तरों की भयंकर कमी के मामले में सर्वोच्च न्यायालय में शुक्रवार को सुनवाई हुई और यह 27 अप्रैल को जारी रहेगी। सर्वोच्च अदालत ने इस मामले का खुद संज्ञान लिया है और गुरूवार को केंद्र को नोटिस जारी करते हुए उसने देश में मेडिकल इमरजेंसी जैसी हालत बताई थी।
सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र से इस मामले में जवाब दाखिल करने को कहा है। अब इस मामले में मंगलवार को सुनावी होगी। उधर वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने खुद को केस से अलग कर लिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कोविड स्थिति पर सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कमी से देश में लोग मर रहे हैं। तीन जजों – चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एल नागेश्वर राव और एस रविंद्र भट ने मामले पर सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को जरूरी सप्लाई और सेवाओं के वितरण मामले में जवाब दाखिल करने का समय दिया है। कोर्ट ने कुछ वरिष्ठ वकीलों को फटकार लगाते हुए कहा कि ‘हाई कोर्ट से केस ट्रांसफर नहीं किए गए हैं और इसलिए जो आलोचना इस मुद्दे पर की जा रही थी, उसका कोई आधार नहीं था।
उधर सर्वोच्च अदालत ने 22 अप्रैल को हरीश साल्वे को केस में मदद करने के लिए नियुक्त किया था, लेकिन आज साल्वे ने खुद को इससे अलग करने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मान लिया। साल्वे ने खुद को केस से हटाने पर कहा, ‘मैं नहीं चाहता कि इस मामले को एक शैडो के तहत सुना जाए कि मुझे सीजेआई के साथ दोस्ती के कारण नियुक्त किया गया था।’
पीएम की बैठक
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का खौफ बढ़ने के बीच इस समय प्रधानमंत्री मोदी कुछ मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक में कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की भारी कमी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर यहां ऑक्सीजन प्लांट नहीं है तो क्या दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी। सीम ने कहा कि कृपया मुझे बताएं कि जब दिल्ली आने वाला ऑक्सीजन सिलिंडर दूसरे राज्य में रोक दिया जाए, तो केंद्र सरकार में इस संबंध में किससे बात की जाए।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बंगाल में सभी रैलियों को रद्द करने का फैसला लिया है। ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में छह सदस्यों की उच्च स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है। कोविड समन्वयकों और पर्यवेक्षकों की गतिविधियों की देखरेख करने के उद्देश्य से इसका गठन किया गया है।
2,263 मरीजों की मौत
उधर देश में चारों ओर से मदद की गुहार लग रही है औऱ जनता बेहाल है। देश में बीते 24 घंटे में 3.32 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि 2,263 मरीजों की जान चली गयी है। देश में ऑक्सीजन की किल्लत है और ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है।