सुप्रीम कोर्ट न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने नारदा मामले से खुद को अलग कर लिया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय में नारदा स्टिंग टेप मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और कानून मंत्री मलय घटक द्वारा याचिका दायर की गई थी। नारदा मामले में 17 मई को सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के चार नेताओं को गिरफ्तार किया था।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कानून मंत्री मलय घटक की भूमिका को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की इजाजत नहीं दिए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कलकत्ता हाईकोर्ट से झटका लगा था जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी।
वर्ष 2014 में बंगाल में एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया था। जिसका खुलासा वर्ष 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया द्वारा किया गया था। इस वीडियो के अंतर्गत पश्चिम बंगाल में टीएमसी के एक विधायक, चार मंत्री, सात सांसद और एक पुलिस अधिकारी को बंगाल में एक प्रोजेक्ट में निवेश के नाम पर नगद राशि लेते हुए दिखाया गया था।