सर्वोच्च न्यायालय में कर्नाटक मसले पर सुनवाई मंगलवार को फिर टल गई। अदालत ने कहा कि स्पीकर आशावादी हैं। उम्मीद है आज फ्लोर टेस्ट हो जाएगा।
इसके बाद अदालत ने दो निर्दलीय विधायकों की ओर से दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई कल (बुधवार) तक के लिए स्थगित कर दी। उधर जिन विधायकों को स्पीकर ने बातचीत के बुलाया था, उन्होंने मिलने के लिए चार हफ्ते का वक्त माँगा है।
अदालत ने कहा कि स्पीकर चर्चा करवा रहे हैं, शाम तक वोटिंग हो सकती है। लिहाजा सुनवाई बुधवार को ही होगी। कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब याचिका दायर की गई है तो स्पीकर मतदान कैसे करा दें? सरकार को गिरना है आज या कल। इस पर अदालत ने कहा कि ये हम नहीं तय करेंगे कि सरकार कब गिर रही है लेकिन स्पीकर आशावादी हैं और बहस की बात कर रहे हैं। न्यायालय मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की तरफ से पेश विश्वास प्रस्ताव पर तत्काल मतदान के लिये इन विधायकों की याचिका पर अब बुधवार को करेगा सुनवाई।
बागी विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी ने अदालत में कहा कि स्पीकर शक्ति परीक्षण के तहत होने वाली वोटिंग को जानबूझ कर लटकाने की कोशिश कर रहे हैं। रोहतगी ने सर्वोच्च अदालत से यह गुजारिश की कि वह स्पीकर को निर्देश दे कि वह आज ही शाम को छह बजे तक कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार की विश्वासमत के लिए वोटिंग की प्रक्रिया को पूरा कराएं।
मंगलवार को अदालत में स्पीकर की ओर से यह कहा गया कि आज शाम तक विश्वास मत पर वोटिंग होने की संभावना है। इस पर अदालत ने दो निर्दलीय विधायकों की ओर से दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई कल यानी बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने सोमवार को आधी रात के बाद मतदान कराए बगैर ही सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी थी। आज फिर से विश्वास मत पर बहस हो रही है। उम्मीद है कि शाम तक शक्ति परीक्षण पर वोटिंग कराई जा सकती है। फिलहाल आज शाम तक कर्नाटक को लेकर स्थिति कुछ साफ़ है।