प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा (2021) रद्द कर दी गई है। केंद्र सरकार ने यह बड़ा फैसला कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर किया है। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि बोर्ड परीक्षा से ज्यादा छात्रों की सेहत महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई बैठक के बाद केंद्र सरकार और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला किया। छात्र और अभिभावक भी यही मांग कर रहे थे। राजधानी दिल्ली समेत कुछ राज्य सरकारों ने भी 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग उठाई थी।
पीएम मोदी के साथ बैठक में कुछ अन्य केबिनेट मंत्री भी शामिल रहे। इसमें यह फैसला किया गया कि परीक्षा न हो। इससे पहले 23 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में भी राज्य के सभी शिक्षा मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में राज्यों से परीक्षा को लेकर सुझाव मांगे गए थे। यही नहीं बोर्ड परीक्षा रद्द कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसपर 31 मई को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से 2 दिन का समय मांगा था।
सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – ‘छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा प्राथमिकता है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में तनाव की जो स्थिति बनी है, उसे खत्म करना चाहिए। सभी भागीदारों के इस मामले में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।’
रिजल्ट ऐसे होगा तैयार
सीबीएसई 12 की परीक्षा रद्द होने के बाद अब मार्क्स और रिजल्ट को लेकर कहा गया है कि समय के अनुसार उचित प्रक्रिया के तहत मार्किंग की जाएगी और रिजल्ट तैयार होगा। वहीं स्टूडेंट्स को पिछली बार की तरह परीक्षा देने का विकल्प भी दिया जाएगा। जो स्टूडेंट्स अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं होंगे वे बाद में एग्जाम देने का विकल्प चुन सकेंगे।