सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को
जांच पैनल ने खारिज कर दिया है। इस तरह गोगोई को इस मामले में क्लीन चिट मिल गयी है। जांच समिति ने कहा है कि उसे इस मामले में कोइ सबूत नहीं मिले।
तीन सदस्यी जांच पैनल जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता में बनाया गया था। आरोप लगाने वाली महिला ने इस पैनल के प्रति अविश्वास जाहिर करते हुए इसकी जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था। पैनल में जस्टिस बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी शामिल हैं।
इस तरह प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप खारिज हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के इन हाउस पैनल ने महिलाकर्मी की शिकायत को खारिज कर दिया है। जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी के पैनल ने यह फैसला सुनाया है।
पैनल ने कहा कि आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिले। सुप्रीम कोर्ट ने एक ब्यान जारी कर कहा – ”इन हाउस पैनल की जांच के तथ्यों को सुप्रीम कोर्ट के २००३ के नियमों के तहत सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।”
याद रहे कुछ दिन पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि इन आरोपों का खंडन करने के लिए उन्हें इतना नीचे उतरना चाहिए। जस्टिस गोगोई ने यह भी कहा था कि न्यायपालिका खतरे में है।