सियाचिन ग्लेशियर में हिमस्खलन से सेना की पेट्रोलिंग पार्टी के आठ जवान दब गए जिनमें से ४ शहीद हो गए हैं। इनके अलावा २ कुलियों की भी मौत हुई है। कुछ लोगों को बचा लिया गया है और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन सभी की शहादत पर शोक जताया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में हिमस्खलन की चपेट में आने से भारतीय सेना की आठ सदस्यों की पेट्रोलिंग पार्टी तूफान में फंस गयी। इन आठ में सात बुरी तरह घायल थे, जिन्हें तुरंत मेडिकल दल के साथ हेलिकॉप्टर से नजदीकी सेना अस्पताल भेजा गया।
हालांकि ज्यादा खराब हालत होने से इनमें से चार जवानों सहित छह लोगों की मौत हो गई। चार सैनिकों के अलावा अन्य दो कुली थे। चिकित्सकों के मुताबिक इनकी मौत शरीर का तापमान बहुत ज्यादा कम हो जाने (हाइपोथर्मिया) के कारण हुई। जिस इलाके में यह घटना हुई वह १९,००० फीट से ज्यादा ऊंचाई पर स्थित है। यह घटना सोमवार की है।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सियाचिन ग्लेशियर में जवानों की शहादत पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। रक्षा मंत्री ने कहा – ”सियाचिन में हिमस्खलन के कारण जवानों के शहीद होने से गहरा दुख हुआ। मैं उनके साहस और राष्ट्र की सेवा को सलाम करता हूं। उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।” याद रहे ऐसी ही एक घटना २०१६ में भी हुई थी जब भारतीय सेना के दस जवान सियाचिन मेंं जिंदा दफन हो गए थे।