सीबीआई में विवाद मोदी सरकार के गले की फांस बनता जा रहा है। कांग्रेस ने अब सर्वोच्च न्यायालय के सामने अपनी याचिका में सीबीआई के डीआईजी एमके सिन्हा के इस दावे कि ”राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ चल रही जांच में हस्तक्षेप किया था और अस्थाना के घर पर सर्च करने से उन्हें रोका गया था” को मुद्दा बनाते हुए सीधे पीएम मोदी पर हमला किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि डीआईजी सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट में बाकायदा शपथ पत्र देकर पीएमओ से जुड़े एक राज्यमंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा है कि सीबीआई के बड़े अधिकारियों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर डोवल और मोदी सरकार के राज्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाने से जाहिर हो गया है कि यह सरकार ”गंभीर स्तर के भ्रष्टाचार” में लिप्त है। उन्होंने कहा कि चूँकि सिन्हा सीबीआई के उन अधिकारीयों में से एक हैं जो विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच में शामिल हैं, लिहाजा उनकी तरफ से कोर्ट में कही बातें बहुत गंभीर हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि ”सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया है कि अस्थाना रिश्वत मामले में शिकायतकर्ता, सना सतीश बाबू ने कथित तौर पर उन्हें बताया था कि एक राज्यमंत्री को संबंधित मामलों में कथित मदद के लिए कई करोड़ रुपये की रिश्वत का भुगतान किया गया था। सिन्हा ने यह भी दावा किया है कि सना सतीश बाबू, मोइन कुरेशी मामले में केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी से मिले थे और केंद्रीय कानून सचिव सुरेश चन्द्र ने ११ नवंबर को उनसे (साना) से संपर्क किया था।”
जल्द सुनवाई नहीं : कोर्ट
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के डीआईजी एमके सिन्हा की याचिका पर जल्द सुनवाई से इंकार कर दिया है। सिन्हा अपने तबादले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गए हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका में कहा कि उनके पास कुछ ”चौंकाने वाले” दस्तावेज हैं। हालाँकि कोर्ट ने सोमवार को उनकी याचिका पर सुनवाई के दौरान उन्हें कोई राहत नहीं दी। गौरतलब है कि सिन्हा ने अन्य के साथ नागपुर किये अपने तबादले को चुनौती देने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है।
उन्होंने कोर्ट से दरखास्त की कि उनकी अर्जी पर जल्दी सुनवाई की जाये। इस पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सिन्हा से पूछा कि वे क्यों इस मामले में जल्द सुनवाई चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि ”उनके पास कुछ चौंकाने वाले दस्तावेज हैं” जिसपर जस्टिस गोगोई ने कहा – ”हमारे लिये कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है।” जस्टिस गोगोई ने सिन्हा से कहा कि ”आपकी याचिका लिस्ट नहीं होगी, लेकिन मंगलवार की सुनवाई में आप मौजूद रहें।”