लोकसभा में कांग्रेस सहित विपक्ष के जबरदस्त विरोध के बाद भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने शुक्रवार को दोपहर बाद गोडसे वाले अपने ब्यान पर दोबारा माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने गोडसे के नाम का उल्लेख नहीं किया था। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रज्ञा सिंह को आतंकी कहने वाले अपने ब्यान को वापस लेने से इंकार कर दिया है।
प्रज्ञा सिंह ने सदन में सुबह भी माफी मांगी थी और कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। विपक्ष उनकी माफी से संतुष्ट नहीं हुआ और लगातार लोकसभा में हंगामा करते हुए मांग की कि प्रज्ञा बिना शर्त माफी मांगें। दोपहर बाद प्रज्ञा ने दोबारा अपने बयान पर माफी मांगी और कहा कि उन्होंने गोडसे के नाम का उल्लेख नहीं किया था।
भाजपा सांसदने कहा कि विशेष सुरक्षा समूह (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान उन्होंने जो कहा था उसमें नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा था। ”मैंने उसका नाम तक नहीं लिया। यदि मैंने किसी की भावनाओं को आहत किया है तो मैं दोबारा माफी मांगती हूं।”
इस बीच एक ट्ववीट में भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह को आतंकवादी कहने वाले अपने ब्यान पर राहुल गांधी ने माफ़ी मांगने से इंकार कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा है कि वे अपने बयान पर कायम हैं और माफी नहीं मांगेंगे। अपने खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग पर राहुल गांधी ने कहा – ”लाइये प्रस्ताव, जो करना है करिए, मैं अपनी स्थिति साफ कर चुका हूं।”
सुबह लोकसभा में भाजपा संसद निशिकांत दुबे ने गांधी के सांसद प्रज्ञा सिंह को ”आतंकवादी” कहने के लिए उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की थी। प्रज्ञा ने भी सुबह लोकसभा में कहा था कि वे सदन का ध्यान दिलाना चाहती हैं कि इसी सदन के एक सदस्य ने उन्हें आतंकी बोला जबकि अदालत की तरफ से अभी कोई आरोप उनपर सिद्ध नहीं हुआ है। बिना दोषी सिद्ध हुए उन्हें आतंकवादी कहना कानून के खिलाफ है। याद रहे सांसद प्रज्ञा सिंह मालेगांव ब्लास्ट मामले में आरोपी हैं और इस समय जमानत पर हैं।