बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा की भोपाल लोकसभा सीट से प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान की सख्त निंदा की है और भाजपा से कहा है कि उन्हें पार्टी से बाहर किया जाए। नीतीश के ब्यान से भाजपा की मुश्किल बढ़ सकती है।
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रज्ञा ने ”देशभक्त” बताया था जिसके बाद से भाजपा पर हर तरफ से आकर्मण हुए हैं। इसका ही नतीजा था कि पीएम मोदी तक को कहना पड़ा कि वे साध्वी के ब्यान को बहुत गलत मानते हैं और इसे लिए उन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगे।
यह अलग बात है कि प्रज्ञा के लिए भाजपा नेताओं का ”यह निंदा अभियान” बयानों तक ही सीमित रहा और उनके खिलाफ कोइ ठोस कार्रवाई भाजपा ने नहीं की। अब बिहार के मुख्यमंत्री और भाजपा के सहयोगी नीतीश कुमार ने भी भाजपा को प्रज्ञा को पार्टी से बाहर करने की नसीहत दी है। नीतीश ने रविवार को पटना में वोट डालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा – ”साध्वी का बयान निंदनीय है। गांधीजी को लेकर इस तरह के बयानों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह भाजपा का आतंरिक मामला है, लेकिन इस तरह के बयान के लिए उन्हें पार्टी से निकालने पर विचार करना चाहिए।”