महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में बाढ़ पीड़ित महिला आंदोलनकारियों ने आंदोलन के दौरान पंचगंगा नदी में जल समाधि लेने की कोशिश की। महत्वपूर्ण बात यह है इस आंदोलन में शिवसेना सांसद धैर्यशील माने उनकी समस्याओं को सुनने और समझाने आए हुए थे।
कोल्ल्हापुर के शिरोल तालुका की यह महिलाएं पिछले कई दिनों से माइक्रो फाइनेंस कर्ज माफी को लेकर आंदोलन कर रही हैं। महिलाओं का आरोप है कि उनकी खराब होती आर्थिक स्थिति की और स्थानीय प्रशासन अनदेखी कर रहा है। हांलांकि महिलाओं के नदी में कूदते ही फायर ब्रिगेड़ और डिजास्टर मैनेजमेंट के जवानों ने नदी में कूदकर महिलाओं को बचा लिया इस दौरान एक महिला के बेहोश होने की खबर है।
इन महिलाओं की मांग थी कि जब तक उनके कर्ज माफी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री आंदोलनकारियों से चर्चा करते या कर्ज माफी का आदेश नहीं देते तब तक उनका आंदोलन चलता रहेगा। इन महिला आंदोलनकारियों को समझाने बुझाने के लिए स्थानीय शिवसेना सांसद धैर्यशील माने वहां पर आए थे और उसी समय यह घटना घटी। दरअसल इन इलाकों में हजारों महिलाएं माइक्रो फाइनेंस के आर्थिक जाल में फंसी हुई हैं। बाढ़ की वजह से बढ़ी हुई आर्थिक तंगी के चलते कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं। पूरी तरह आर्थिक परेशानियों में जकड़ी हुई उनकी मांग है कि जिस तरह सरकार नेकिसानों का कर्ज माफ किया है उसी तरह उनका भी कर्ज को माफ किया जाए।