मोदी सरकार के समय की गयी सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (सेवानिवृत) को अपने साथ जोड़कर कांग्रेस ने लोक सभा चुनाव से पहले बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनरल हुड्डा को बहुत अहम जिम्मेवारी सौंपी है।
जनरल हुड्डा गुरूवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। कांग्रेस ने एक टास्क फ़ोर्स का गठन किया है जिसे पार्टी के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का जिम्मा सौंपा है। यह जिम्मा जनरल हुड्डा को दिया गया है। गौरतलब है कि मोदी सरकार के समय सीमा पार जाकर की गयी सर्जिकल स्ट्राइक जनरल हुड्डा के ही नेतृत्व और देखरेख में हुई थी।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बड़ा दांव माना जा रहा है। जनरल हुड्डा को जिस विजन डॉक्यूमेंट का जिम्मा सौंपा गया है वह भारत की सुरक्षा को केंद्र में रखकर तैयार किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा जो विजन डॅक्यूमेंट बनाएगें उसमें रक्षा विशेषज्ञों की एक टीम भी होगी जो उन्हें मदद करेगी। अभी यह साफ़ नहीं है की ऐसे विजन डाक्यूमेंट की रिपोर्ट हुड्डा कब तक गांधी को सौंपेंगे।
सम्भावना है कि कांग्रेस लोकसभा के लिए अपने घोषणा पत्र में इसके कुछ हिस्से को शामिल कर सकती है ताकि देश के सामने भारत की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी अपना दृष्टिकोण सामने रख सकें। एक विस्तृत रिपोर्ट बाद में आएगी, जो कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों पर अंतिम किताब की तरह का काम करेगी। इससे ऐसा संकेत मिलता है कि यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में यह विजन डॉक्यूमेंट सबसे अहम दस्तावेज होगा, जिसके सिफारिशों को लागू किया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल हु़ड्डा २९ सितंबर, २०१६ को पाकिस्तान पर की गयी सर्जिकल स्ट्राईक के समय आर्मी कमांडर थे जो नॉर्दन कमांड का अगुआ होता है। इस ऑपरेशन के वक्त हुड्डा अपने कमरे में बैठे उस ऑपरेशन को देख रहे थे। सर्जिकल स्ट्राईक के बाद हुड्डा का एक बयान काफी सुर्खियों में रहा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस घटना को थोड़ा ज्यादा ही हाईप दिया गया और थोड़ा पोलिटिसाइज हो गया। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा था कि सेना के लिहाज से कहें हमें ऐसा करने की जरूरत थी और हमने उसे बखूबी अंजाम दिया।