भारत के पहले गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की १४३वीं जयंती पर बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सरदार सरोवर बाँध से तीन किलोमीटर दूर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसकी ऊंचाई १८२ मीटर है। हालाँकि इसका नाम अंग्रेजी में ”स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” रखा गया है।
मोदी ने बुधवार सुबह उनकी आदम कद प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा के अनावरण के साथ ही यह स्थल आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया है। इस स्थल को देखने के लिए अलग-अलग कीमत के टिकट रखे गए हैं।
स्टैच्यू के अनावरण का कार्यक्रम भव्य रहा। इसके निर्माण पर २९०० करोड़ के करीब खर्च आया है। मोदी ने इस मौके पर कहा कि नजारा गणतंत्र दिवस जैसा ही दिखा। वायु सेना के लड़ाकू विमान ने फ्लाई पास्ट किया और हवाई करतब दिखाए। सेना, नौसेना और वायुसेना के बैंड ने राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत संगीत पेश किया। इसके अलावा पंजाब, असम, मिजोरम और गुजरात के लोक कलाकारों का नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान गुजरात और कुछ अन्य राज्यों के राज्यपाल, सीएम विजय रूपाणी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई बड़े नेता मौजूद थे।
अनावरण के बाद मोदी ने अपने भक्षण में कहा, “आज पूरा देश राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है। किसी भी देश के इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं, जब वो पूर्णता का अहसास कराते हैं। आज वही पल है जो देश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है, जिसे मिटा पाना मुश्किल है।”
उन्होंने कहा कि ”हम आजादी के इतने साल तक एक अधूरापन लेकर चल रहे थे, लेकिन आज भारत के वर्तमान ने सरदार के विराट व्यक्तित्व को उजागर करने का काम किया है। आज जब धरती से लेकर आसमान तक सरदार साहब का अभिषेक हो रहा है तो ये काम भविष्य के लिए प्रेरणा का आधार है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे सरदार साहब की इस विशाल प्रतिमा को देश को समर्पित करने का अवसर किया है। जब मैंने गुजरात के सीएम के तौर पर इसकी कल्पना की थी तो कभी अहसास नहीं था कि पीएम के तौर पर मुझे ये पुण्य काम करने का मौका मिलेगा।”